मनोज श्रीवास्तव/अयोध्या। राम मंदिर निर्माण से पहले हनुमान जी की आराधना किया गया। जिसके लिए हनुमानगढ़ी परिसर में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक सदस्य दिनेश चंद्र व संतो के द्वारा निशान पूजा किया गया।
ऐसी मान्यता है कि अयोध्या में होने वाले सभी शुभ कार्य में निशानी के माध्यम से हनुमान जी उस स्थान पर पहुंचते हैं।
राम मंदिर निर्माण का अनुष्ठान 3 अगस्त को गौरी गणेश पूजा के साथ प्रारंभ कर दिया गया था।मंगलवार को इस अनुष्ठान के दूसरे दिन हनुमान गढ़ी मंदिर पर हनुमान जी का पूजा आरती किया गया।राम मंदिर निर्माण मैं किसी भी प्रकार से विघ्न बाधा ना आए इसके लिए हनुमान जी से विनती की गई। रामजन्मभूमि परिसर वैदिक आचार्यों द्वारा हनुमान चालीसा का पाठ के साथ राम चरित्र मानस का पाठ किया गया। इस दौरान हनुमानगढ़ी पर संतों के साथ विश्व हिंदू परिषद के संरक्षक सदस्य दिनेश चंद्र मौजूद रहे। हनुमानगढ़ी के पुजारी महंथ राजू दास ने बताया कि जहां राम मंदिर का निर्माण कार्य हो रहा हो उस स्थान पर हनुमानजी महाराज न विराजमान हों यह धर्म शास्त्र के अनुरूप नहीं है। इसलिए मंदिर निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन से पहले हनुमान जी से वंदना विनती किया गया। हनुमानजी महाराज से प्रार्थना किया गया कि भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण में किसी भी प्रकार से विघ्न बाधा ना आए। उन्होंने बताया कि हनुमानगढ़ी पर यह निशान 1700 सौ वर्षों से है। जिसकी पूजा अर्चना अयोध्या के हर शुभ कार्य व त्यौहार पर किया जाता है। निशान पूजन प्रमुख रूप से महंत गौरी शंकर दास ने कराई। साथ मे अशोक जी विहिप, दिनेश जी विहिप संरक्षक मौजूद रहे।हनुमान गढ़ी से मधुबन दास, गौरी दास, मनीराम दास, रमेश दास , राजेश दास, प्रेम दास, सुमंत दास, नवीन दास, दिगपाल दास ,राजन दास उपस्थित रहे।