डीएम-एसपी से लगाई सुरक्षा की गुहार
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराधी इतने बेखौफ हो गये हैं कि अब वह असलहों से लैस होकर एक डिप्टी कलेक्टर के घर पर चढ़ कर धमका रहे हैं। ताजा मामला मथुरा जिले का है।
जहां उपजिलाधिकारी सदर राजीव उपाध्याय ने जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक को पत्र लिख कर अपनी सुरक्षा बढ़ाने का गुहार लगाया है। पत्र के अनुसार उनके सरकारी आवास बी-13 पर चार लोग रायफल व एक पिस्टल के साथ आ धमके।
उन्होंने सुरक्षा में तैनात होमगार्ड विपिन व भूरी सिंह से पूछा कि डिप्टी कलेक्टर राजीव उपाध्याय इसी में रहता है। उसको खबर कर देना कि उसका समय पूरा हो गया है तथा उसे जल्दी ही निपटा देंगे। अथवा समझा दो कि जिलाधिकारी के कहने पर दुकानें गिरवाने व ग्रामसभा व सरकारी संपत्ति खाली कराना छोड़ दें, वरना खैर नहीं होगी। यह धमकी देकर उक्त लोग मेरे आवास से फरार हो गये। उसके बाद उन्होंने जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक मथुरा को पत्र लिख कर अपनी सुरक्षा की गुहार लगायी है। यह महीना यूपी पुलिस के लिए ठीक नहीं बीता है। माह के पहले सप्ताह मव 2-3 जुलाई की रात को कानपुर के बिकरु गांव में दुर्दान्त अपराधी विकास दुबे को पकड़ने गयी पुलिस टीम पर हमला हुआ था, जिसमें एक क्षेत्राधिकारी समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। उसके बाद कानपुर में ही पुलिस की नांक के नीचे एक लैब टेक्नीशियन का अपहरण कर हत्या कर दी गयी। इस प्रकरण में पुकिस बहुत थू-थू हुई, क्योंकि अपहरणकर्ता 30 लाख की फिरौती भी लिये सुर अपहरित युवक की जान भी नहीं बचा पाये थे। 24 जुलाई को गोंडा में दिन दहाड़े एक कारोबारी के 5 वर्षीय पोते का अपहरण कर लिया गया। जिसमें पांच लाख की फिरौती मांगी गयी।राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार खुस मौके पर जाकर लगे तब अपराधियों से बच्चे को सफलतापूर्वक छुड़ाने में सफल हुये। शुक्रवार की रात होते-होते असलहाधारी डिप्टी कलेक्टर के घर पर चढ़ कर अफलता पूर्वक धमका कर फरार हो गये।
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