मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराध की घटनाओं में वृद्धि को लेकर विपक्ष ने भारतीय जनता पार्टी पर जोरदार हमला किया।
उसके बाद दोनों सदनों में मुख्यमंत्री योगी अदित्यनाथ ने महिलाओं की सुरक्षा में सरकार की प्रयासों का बखान कर रहे थे। इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के प्रचार के विपरीत हर रोज कोई न कोई परिवार न्याय के लिए चीख रहा है। प्रियंका ने यूपी सरकार पर निशाना ऐसे वक्त साधा है जब हाथरस जिले में बेटी से छेड़छाड़ की शिकायत वापस नहीं लेने पर एक आरोपी ने पीड़िता के पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। व एक अन्य घटना में बुलंदशहर में एक व्यक्ति के घर में बने गड्ढ़े से 12 वर्षीय लड़की का शव निकाला गया। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ‘हाथरस में छेड़खानी के खिलाफ मुक़दमा वापस नहीं लेने वाली एक लड़की के पिता की हत्या कर दी गई। बुलंदशहर में कई दिनों से गायब एक बच्ची का शव एक घर में गड़ा हुआ मिला।’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘अपराध को लेकर उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार के झूठे प्रचार के ठीक विपरीत जमीन पर हर रोज कोई न कोई परिवार न्याय के लिए चीख रहा है।’ बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने भी यूपी की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े करते हुए महिला उत्पीड़न के मामलों में सरकार पर असंवेदनशील और लापरवाह रवैया अपनाने का आरोप लगाया।मायावती ने सिलसिलेवार ट्वीट कर कहा उत्तर प्रदेश में वैसे तो हर प्रकार के अपराध चरम पर होने से अपराध नियंत्रण का काफी बुरा हाल है, लेकिन खासकर दलित और महिला उत्पीड़न एवं असुरक्षा की आए दिन होने वाली दर्दनाक व शर्मनाक घटनाओं से हर तरफ चिन्ता है। ऐसे संगीन मामलों में भी सरकार की असंवेदनशीलता व लापरवाही अति-दुःखद है। पूर्व मुख्यमंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा हाथरस में दलित उत्पीड़न व पिता की हत्या तथा गुजरात में दलित आरटीआई कार्यकर्ता की निर्मम हत्या यह साबित करती है कि कांग्रेस पार्टी की तरह भाजपा सरकार में भी दलितों, शोषितों और महिलाओं आदि की जान तथा आत्म सम्मान कतई सुरक्षित नहीं है। सरकार इस ओर तुरन्त ध्यान दे।
समाजवादी पार्टी की एमएलसी लीलावती कुशवाहा ने कहा कि यूपी में महिलाओं का बुरा हाल है। महिला अत्याचार से प्रदेश त्राहि त्राहि कर रहा है, मुख्यमंत्री सदन में सरकार का गुणगान करते नहीं थक रहे हैं। प्रदेश का शायद ही ऐशा कोई जिला होगा जहां महिलाओं के विरुद्ध जघन्य अपराधों की बाढ़ न आ गयी हो।