मांगलिक दोष निवारण के हम आपको सामान्य उपाय बताने जा रहे हैं, जिनका प्रयोग आपके लिए लाभकारी होगा।
1- सुंदर कांड का पाठ किसी शुभ समय से शुरू करके लगातार 108 दिन तक करना चाहिए। इसके उपरांत भी मंगलवार गुरुवार और शनिवार को यथासंभव करते रहना चाहिए । प्रत्येक मंगलवार को एक नारियल पानी वाला मौली लपेटकर सिंदूर लगाकर गुड सहित धर्म स्थान दान करना चाहिए। कन्याओं को मीठा बांटना शुभ कर होता है।
2-मंगल दोष निवारण के लिए भौम गायत्री मंत्र को की मंगलवार से शुरू करके कम से कम प्रतिदिन तीन माला जप 22 दिन लगातार करने के बाद अंतिम मंगलवार को गुड की रेवाड़ी और गुड़ का हलवा, बेसन की बर्फी, नारियल एवं लाल वस्त्र धर्म स्थान पर चढ़ाना शुभ होगा।
3- श्रावण मास में विशेष रुप से श्री मंगला गौरी के व्रत को करना चाहिए। श्री मंगला चंडिका मंत्र एवं स्तोत्र का पाठ नियमित रूप से करना शुभ होगा। नियमित व विधि पूर्वक पाठ करने से मंगलिक एवं मंगल जनित दोषों की शांति होती है और विवाह सुख की बाधाएं दूर होती हैं।
4- मांगलिक जातिका श्रावण मास में सोमवार का व्रत यानी 16 सोलह सोमवार का शुरू करके प्रतिदिन पार्वती मंगला स्तोत्र का पाठ और श्री पार्वती चालीसा करना शुभ होता है।
5- वट सावित्री व्रत के दिन शुरू करके पूरे वर्ष हर मंगलवार को वटवृक्ष की जड़ पर मीठा दूध चढ़ाना और दूध से भीगी मिट्टी से पेड़ को तिलक कर करके भी माथे पर लगा लेना शुभ होगा।