मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। शासन के निर्देश पर शनिवार को मऊ जिलाधिकारी ने पंजाब की जेल में बंद माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पत्नी और दोनों सालों पर गैंगस्टर लगाया कर अपराधियों के खिलाफ अपनी मंशा का संकेत दे दिया है।
रविवार को पूर्व सांसद अतीक अहमद और उसके गैंग से जुड़े अन्य सदस्यों के खिलाफ प्रयागराज पुलिस, प्रशासन और प्राधिकरण ने संयुक्त रूप से ऐसा डंडा चलाया कि अब तक 100 करोड़ से अधिक की संपत्ति पर कार्रवाई हो चुकी है। इस गैंग की अवैध संपत्तियों को नेस्तनाबूद करने के लिए पुलिस और प्रशासन ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। एक तरफ पुलिस अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रही है तो दूसरी तरफ उनकी अवैध संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट 14 (1)के तहत सीज किया जा रहा है। तीसरी ओर अवैध निर्माण पर विकास प्राधिकरण अपना बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज कर दे रहा है।
प्रयागराज के चकिया निवासी अतीक अहमद के खिलाफ 85 से ज्यादा मुकदमें दर्ज हैं। आईएएस 227 गैंग के सरगना अतीक अहमद के गैंग में 120 सदस्य जुड़े हैं। वर्तमान में अतीक अहमद अहमदाबाद जेल में बंद है।उसके खिलाफ 10 मुकदमें प्रयागराज में लंबित हैं। कई ऐसे मामले हैं जिनमें अभी तक पुलिस आरोप पत्र दाखिल नहीं कर पाई है। अतीक अहमद का छोटा भाई एक लाख का इनामी पूर्व विधायक अशरफ जोकि 3 साल से फरार था को धूमनगंज से गिरफ्तार किया था। अतीक का बड़ा बेटा उमर को सीबीआई ने देवरिया जेल कांड में वांटेड किया है। मोहम्मद उमर पर दो लाख रुपये का इनाम है। इस गैंग से जुड़े अतीक का साढू इमरान देवरिया जेलकांड में फरार है। उस पर 25000 का इनाम है। हालांकि कोर्ट से कुछ राहत मिली है। 15 अगस्त 2020 के बाद से अतीक अहमद के खिलाफ प्रयागराज पुलिस और प्रशासन ने कार्रवाई तेज कर दी। उसके अवैध साम्राज्य को नेस्तनाबूद करने के लिए पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट 14 (1) के तहत उसकी अवैध संपत्तियों का पता लगाकर सीज करने की कार्रवाई शुरू की। 27 अगस्त 2020 को प्रयागराज पुलिस ने अतीक अहमद की अवैध संपत्तियों को गैंगस्टर एक्ट के तहत सीज किया। अब तक 65 करोड़ की संपत्ति कुर्क कर चुकी है। अन्य संपत्तियों को कुर्क करने की कार्रवाई लंबित है। पुलिस के साथ प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने भी सरकारी जमीनों पर अवैध निर्माण करके लाखों रुपए कमाने वाले अतीक और उसके गैंग के खिलाफ कार्रवाई शुरू की। 5 सितंबर 2020 को शहर के पॉश इलाके सिविल लाइंस में अतीक अहमद के साढू इमरान की अवैध इमारत पर विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलवा कर जमींदोज कर दिया। दो दिन बाद फिर बुलडोजर चला और एक रेस्टोरेंट्स के लिए बनाया गया गोदाम तोड़ा गया। अतीक अहमद ने उसे लाखों रुपए किराए पर दे रखा था। 12 सितंबर को भी पुलिस ने अतीक अहमद की एक अवैध इमारत को सिविल लाइंस में ढहा दिया। इससे पूर्व 11 सितंबर को प्रशासन ने सरकारी जमीन पर अवैध निर्माण करने वाले अतीक के रिश्तेदार हमजा के खिलाफ कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चलवाया था। प्रशासन झूंसी स्थित अतीक अहमद का एक कोल्ड स्टोरेज को भी 3 दिन से खाली करा रहा है ताकि उस पर भी कार्रवाई की जा सके।इससे पूर्व पुलिस ने अतीक अहमद और उसके परिजनों के नाम से बने 9 लाइसेंसी असलहों की रिपोर्ट डीएम को भेजकर लाइसेंस निरस्त कराया। इसके बाद पुलिस ने अतीक अहमद, अशरफ और उसकी पत्नी के नाम से बने असलहों को थाने में जमा कराया हालांकि अभी तक अतीक के नाम से जारी एक असलहा और अतीक के साढू इमरान के नाम से जारी दो असलहा नहीं मिला है। पुलिस मुकदमा दर्ज कर जांच कर रही है। अब तक पुलिस ने गैंग के सदस्यों की तीन दर्जन से अधिक असलहों का लाइसेंस निरस्त करा कर असलहा थानों में जमा करा चुकी है।अतीक पर अब तक कार्रवाई, – कुर्क संपत्ति- 10 मकान, कीमत- 65 करोड़, – कुर्की का आदेश-16 जिसमें 6 संपत्ति पर कार्रवाई शेष, – अवैध संपत्ति चिह्नित- 20 संपत्ति, – विकास प्राधिकरण का बुलडोजर-3 संपत्ति, – 30 लाइसेंसी असलहा जमा कराएं-