मेरे ऊपर एक भी मुकदमा नहीं है बेशर्मी की इंतहा: प्रमोद तिवारी

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लखनऊ । केन्द्रीय कांग्रेस वर्किंग कमेटी ( सीडब्लूसी ) के सदस्य तथा आउट रीच एण्ड को ऑर्डिनेशन कमेटी , उत्तर प्रदेश के प्रभारी प्रमोद तिवारी ने कहा है कि मैं दिनांक -25.09.2021 को विकास खण्ड सांगीपुर, प्रतापगढ़ में हुई घटना के संदर्भ में कुछ तथ्य प्रकाश में लाना चाहता हूँ। इसमें मंशा मात्र यही है कि सांसद प्रतापगढ़ द्वारा जो झूट बोला गया है उसकी सच्चाई सभी के सामने आ सके। मेरी सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं कांग्रेसजनों से विनम्र अपील है कि शांति बनाये रखें और उत्तेजित न हो। किन्तु जन मानस के सामने सच्चाई आनी चाहिए।

घटना के संदर्भ में मैं 3 वीडियो आपको दिखा रहा हूँ, पहले वीडियो में मंच पर 7 कुर्सियों लगी हुई है, जिस पर क्षेत्रीय विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा मोना, मैं स्वयं, ब्लाक प्रमुख सांगीपुर श्री अशोक सिंह 4 जिला पंचायत सदस्य, शासन द्वारा नामित समाज कल्याण अधिकारी और खण्ड विकास अधिकारी बैठे थे। क्षेत्रीय विधायक द्वारा दीप प्रज्ज्वलित होता है, सभी लाभार्थी बैठे थे और कार्यक्रम शांतिपूर्वक चल रहा था। उसी समय सांसद प्रतापगढ़ श्री संगम लाल गुप्ता जी प्रवेश करते हैं और उनके साथ तेरह -चौदह लोग नारे लगाते हुए हाल के अंदर आते हैं।

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मा.सांसद जी के आने के बाद श्रीमती आराधना मिथा मोना जी ने अपनी सांसद जी के लिये कुर्सी खाली कर दी, और अपने लिये दूसरी कुर्सी मंगाती है, मैं स्वयं भी खड़ा होकर उनका स्वागत व अभिनन्दन करता हूँ, परन्तु उनके साथ आये हुये लगभग 14-15 समर्थक, जो वीडियो में दिख रहे हैं, वे हाल में न आकर सीधे मंच पर चले जाते हैं। उनमें से एक श्री अभिषेक पाण्डेय ने सरकारी कार्यक्रम के संचालनकर्ता से से माइक छीन लेते हैं, और मंच पर माईक से सांसद जी के नारे लगाने लगते हैं, प्रत्युत्तर में मैं नीचे बैठे लोग मेरे एवं श्रीमती आराधना मिश्रा जी के नारे लगाते हैं। सांसद जी के साथ आये श्री अभिषेक पाण्डेय ने माईक तोड़ डाला और संचालनकर्ता को धक्का दिया, जिसकी एफ.आई.आर. थाना सांगीपुर, प्रतापगढ़ में दर्ज करायी गयी। हंगामा बढ़ने पर सांसद जी चलते हुए वीडियो में दिखाई देते हैं और एक क्षण के लिये भी कैमरा बन्द नहीं हुआ है, वे बाहर निकलते है। उनके सुरक्षाकर्मी उन्हें सुरक्षित कार तक पहुंचाते हैं। वीडियों में एक भी क्षण अभद्रता का नहीं है। उनके साथ आये लोगों में श्री ओम प्रकाश पाण्डेय उर्फ गुड्डू पाण्डेय अभी हाल ही में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनतापार्टी में गये हैं, जो ब्लाक प्रमुख के हारे हुये प्रत्याशी हैं, वे लगातार अश्लील और भददी भद्दी गालियां देने लगे जो वीडियो में स्पष्ट है। भगदड़ में वे गिर गये जो साफ-साफ वीडियो में दिखाई दे रहा है।

मैं स्वयं मोना जी एवं सांसद जी सभी से शांति बनाने की अपील करते हैं, किन्तु नारेबाजी बन्द नहीं हुई, तो मोना जी स्वयं मंच पर जाकर सभी से आग्रह किया, कि मंच से नीचे आ जाय। किन्तु ब्लाक प्रमुख पद के हारे हुये प्रत्याशी श्री ओम प्रकश पाण्डेय उर्फ गुड्डू पाण्डेय एवं जिला पंचायत सदस्य के हारे हुये सदस्य तथा उनके साथ आये हुये लोग मंच से नीचें नहीं आते हैं, जबकि उनमें से एक भी निवाचित सदस्य नहीं था, तथा एक भी भारतीय जनता पार्टी का सम्मानित पदाधिकारी नहीं था। यहाँ यह भी स्पष्ट करना चाहता हूँ कि सांसद प्रतापगढ़ श्री संगम लाल गुप्ता जी को विकास खण्ड सांगीपुर में 12ः00 बजे अप. आना था, जो उनका घोषित कार्यक्रम था, किन्तु वे जान बूझकर लगभग 2ः30 बजे आये, जब मैं और मोना जी मंच पर आ चुके थे। जब सांसद जी लगभग 5 कि.मी दूर थे, तभी अधिकारियों ने उनको सूचित कर दिया था कि श्री प्रमोद तिवारी जी एवं क्षेत्रीय विधायक श्रीमती आराधना मिश्रा मोना जी मंच पर आ चुके हैं, फिर भी वे नहीं माने, और अपने 15-16 समर्थकों को लेकर मंच पर आ गये।

सांसद प्रतापगढ़ श्री संगमलाल गुप्ता जी का मेरे ही निर्वाचन क्षेत्र रामपुर खास के विकास खण्ड लालगंज में 10ः00 बजे प्रातः का, एवं विकास खण्ड-रामपुर संग्रामगढ़ में 11ः00 बजे प्रातः का कार्यक्रम लगा था, इन दोनों विकास खण्डों में कांग्रेस पार्टी के ही निर्वाचित ब्लाक प्रमुख है, और कांग्रेस पार्टी के निर्वाचित ब्लाक प्रमुख से उनका स्वागत कराया जबकि विकास खण्ड रामपुर संग्रामगढ़ में “निर्विरोध“ ब्लाक प्रमुख है जहाँ पर उनका एक भी सदस्य नहीं है, फिर हमने उनकी गरिमा का पूरा ध्यान रखा।

जनपद प्रतागपढ़ में 17 विकास खण्ड है, फिर भी जान बूझकर सांसद जी मेरे ही निर्वाचन क्षेत्र में आये और इनके साथ आये लोग विवाद चाहते थे। जो लोग पात्र नहीं थे उन्हें मंच पर सांसद जी क्यों ले गये? यह सवाल उठता है कि जब सांसद जी का कार्यक्रम विकास खण्ड सांगीपुर में 12.00 बजे अप. का था तो वे 2ः30 बजे के लगभग क्यों आये? और जब वे लगभग 5 किमी. दूर थे और अधिकारियों ने उन्हें सूचित कर दिया था कि श्री प्रमोद तिवारी जी और मोना जी मंच पर आ चुके है तो फिर वे उस समय क्यों आये? श्री ओम प्रकाश पाण्डेय उर्फ गुड्डू पाण्डेय जो इसी विकास खण्ड से ब्लाक प्रमुख के हारे हुये प्रत्याशी। जिन्होंने सभी के साथ मंच पर अभद्रता की उनको क्यों नहीं रोका? और उनके खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की गयी? उन्हें मंच से क्यों नहीं उतारा गया? एक घटना की एक ही एफ.आई.आर. क्यों नहीं दर्ज करायी गयी। एक ही घटना की 5 एफ.आई.आर. क्यों दर्ज करायी गयी? सांसद जी के साथ भारतीय जनतापार्टी के एक भी सम्मानित पदाधिकारी का न आना और असामाजिक तत्वों को साथ में लाना यह साबित करता है कि यह उनका पूर्व नियोजित षड़यंत्र था।

श्री तिवारी ने कहा है कि विकास खण्ड सांगीपुर में जो भी घटना हुई वह मात्र श्री ओम प्रकाश पाण्डेय, जो हारे हुए प्रमुख थे उनकी अभद्रता और गालियों के कारण हुई है। सांसद जी कार में सुरक्षित वैटे, उसे वीडियो में देखा जा सकता है, लालगंज तक, जो 14 किमी. दूर है, वहाँ तक सुरक्षित जाते हैं और कार से सुरक्षित उतरते है। उतरने समय तक उनका कपड़ा सुरक्षित है, कुछ देर बाद 2 अफवाह फैलाते हैं। पहला इंस्पेक्टर को मारा पीटा गया, जबकि इंस्पेक्टर स्वयं पुलिस उपाधीक्षक सहित तमाम अधिकारियों के सामने इसका खण्डन करता है कि उसके साथ कोई अभद्रता नहीं हुई है। उसके बाद फटे हुये शर्ट में श्री संगमलाल गुप्ता सांसद कहते है कि उनके कपड़े फाड़े गये हैं। मेरी चुनौती है कि वे एक क्षण का भी वीडियो दिखा दें, जिसमें किसी ने भी उनके साथ कोई अभद्रता की हो या मैने मंच के अलावा कहीं भी उनके साथ मौजूद था। मैं उनके जाने के 15 मिनट बाद मंच से नीचे उतरा हूँ। जो उनके साथ मंच पर आये थे उन्हें उतरने के लिये उन्होंने नहीं कहा और हम लोगों के आग्रह करने के बाद भी उनके साथ आये हुये लोग मंच से नीचे नहीं उतरे।

माननीय सर्वोच्च न्यायालय और माननीय उच्च न्यायालय की गाइड लाइन कहती है कि एक समय पर एक घटना की एक ही एफ.आई.आर. होती है। पहली एफआईआर में मेरे व मोना जी के साथ 27 लोगों के नाम है, उसके बाद श्री अभिषेक मिश्रा की एफआईआर में मेरे एवं मोना जी के साथ 7 लोगों के नाम है, श्री ओम प्रकाश पाण्डेय उर्फ गुड्डू पाण्डेय की एफआईआर में मेरे एवं मोना जी के साथ 8 लोगों के नाम है, इस पर भी जब मुदकाम नहीं बन रहा था, तो एक एफआईआर अपने गनर से लिखवाते हैं, कि कुछ तो है। गौर करने की बाद यह है पाँचों एफआईआर में मेरा एवं मोना जी का नाम कॉमन हैं।

श्री तिवारी ने कहा है कि मेरे जीवन में आज तक मेरे ऊपर एक भी मुकदमा नहीं है बेशर्मी की इंतहा है कि 7 किमिनल लॉ ऐक्ट मेरे ऊपर लगाया जाता है ।

लखनऊ – वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग जो अत्यंत व्यस्त मार्ग है, उसे ढाई घण्टे तक जाम किया जाता है जो वीडियो में मौजूद है। दूसरे पक्ष से जो तहरीर दी गयी है और रिसीव करायी गयी है, उस पर कोई कार्यवाही नहीं की गयी। एक पक्षीय कार्यवाही की जा रही है। कार्यक्रम में मौजूद समाज कल्याण अधिकारी जो जनपद स्तर के अधिकारी हैं तथा खण्ड विकास अधिकारी से बयान लिया गया तो उन्होंने बताया कि मोना जी का कार्यक्रम पहले से चल रहा था और उनके सामने सांसद जी साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया। मेरी चुनौती है कि श्री ओम प्रकाश पाण्डेय या सांसद जी के साथ जो भी हुआ है, और जहाँ पर वे नहीं थे, मंच की बात कर रहे है उसका एक भी वीडियो देखा दें जहाँ पर मैं या मोना जी हा, मुझे पूरा भरोसा है कि जांच में सभी तथ्य सामने आ जायेंगें।

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