मनोज श्रीवास्तव/ लखनऊ। यूपी एसटीएफ को बड़ी सफलता हाथ लगी है। एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 11रोहिंग्या अपराधियों को गिरफ्तार किया है। उनके कब्जे से फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। पुलिस इस बात की तफ्तीश कर रही है कि आखिर इनके पास फर्जी दस्तावेज कैसे पहुंचे। फर्जी दस्तावेज बनाने में किन-किन लोगों का हाथ है। अवैध तरीके से भारत में रह रहे रोहिंग्या के पास पासपोर्ट, राशन कार्ड,वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड,ड्राइविंग लाइसेंस आदि भी बरामद किए गए हैं। पुलिस इस मामले की गहनता से जांच कर रही है कि आखिरकार इनके कनेक्शन कहां तक जुड़े हो सकते हैं।
छापेमारी में अजीमुल हक उर्फ अजीउल्ला हसन, हसन अहमद उर्फ फारुख, मोहम्मद शाहिल उर्फ मो. शाहिद को संतकबीरनगर, अमानउल्ला को अलीगढ़, आमिर हुसैन व नूर आलम को गाजियाबाद और अब्दुल माजिद, नोमान अली, मो. रिजवान खान व फुरखान हुसैन को शामली से गिरफ्तार किया गया। इनके साथ ही 2 अवैध बांग्लादेशी भी गिरफ्तार हुए। ये सभी म्यांमार और बर्मा के निवासी थे।
प्रदेश एटीएस लगातार अपने सूचना तंत्र के आधार पर ऐसे गिरोहों का भंडाफोड़ कर रही है जो बांग्लादेश के रास्ते अवैध रूप से भारत में प्रवेश कराकर प्रदेश के कुछ जिलों में बसा देते हैं और फैक्ट्रियों या छोटे-छोटे कारखानों में मजदूर के रूप में नौकरी दिलवाते हैं और भारतीय नागरिकता से संबंधित कागज बनवाते हैं। इसके बदले में अवैध वसूली करते हैं।
पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार द्वारा रोहिंग्या मुसलमानों के राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर समस्या बन सकने की आशंका के मद्देनजर तलाश कर गिरफ्तार किया जा रहा है। सभी जिलों के पुलिस कप्तानों को इन पर नजर रखने के लिए निर्देश भेज दिए गए हैं।