यूपी से भाजपा को ध्वस्त करने की दिशा में बढ़ा अखिलेश और राजभर का गठबंधन!
27 नवंबर को होगाआता ऐलान
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव के लिए दिन प्रतिदिन सरगर्मी तेज होती जा रही है। दल बदलने के साथ ही गठबंधन की राजनीति भी तेज हो गई है। बुधवार को सुभासपा के अध्यक्ष ओपी राजभर ने सपा मुखिया अखिलेश यादव से मुलाकात कर गठबंधन का ऐलान कर लिया। ओपी राजभर इससे पहले भाजपा, ओवैसी, शिवपाल, कांग्रेस, बसपा के नेताओं से भी गठबंधन के लिए मिल चुके थे।
अखिलेश के साथ गइबंधन का ऐलान करने के बाद ओपी राजभर ने कहा कि इस समय प्रदेश में नफरत की राजनीति हो रही है। आज उत्तर प्रदेश में व्यापारी और नौजवान परेशान है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भागीदारी मोर्चा में सीटों का विवाद नहीं है। राजभर ने कहा कि हमने सपा बसपा कांग्रेस भाजपा को निमंत्रण दिया था। अखिलेश यादव ने हमारे न्योते को स्वीकार किया और उनसे एक घंटे तक बात हुई । 27 तारीख को महापंचायत रखी है। जिसमें वंचित, दलित अल्पसंख्यक वर्ग के लोग शामिल होंगे। सीटों ले लिए 27 के बाद बैठ कर बात कर लेंगे। बीजेपी को खत्म करने के लिये हमारा गठबंधन है।
भाजपा हमारे मुद्दों से भाग रही है।जबकि अखिलेश यादव ने कहा हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे। हमारे मोर्चे में जो भी लोग शामिल है मिलकर सपा के साथ लड़ेंगे। 27 अक्टूबर को जो हमारी महापंचायत होगी उसी में हमने आने के लिए सपा अध्यक्ष को न्यौता दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सीटों को लेकर हमारी कोई दिक्कत नहीं है। सपा एक भी सीट ना दे तो भी हम खुश है। सपा प्रवक्ता ने कहा कि समाजवादी सरकार ने गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग समेत वंचितों, शोषितों, किसानों, नौजवानों, महिलाओं, व्यापारियों के लिए अनगिनत कार्य किये। इसी कड़ी में कमजोरों के हक की आवाज को बुलंद करने वाली सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी के साथ कदम से कदम मिला यूपी को विकास पथ पर ले जाने के लिए तैयार है।
अखिलेश-ओमप्रकाश में गठबंधनःपूर्वांचल की कई सीटों पर बदल सकता है समीकरण
उन्होंने दावा किया कि ये भाजपा के दमनकारी शासन के अंत की शुरुआत है। सुभासपा के संस्थापक ओमप्रकाश राजभर सदैव गरीब, किसान, मजदूर, दलित व पिछड़े वर्ग के लिए लड़ते आए हैं।सुभासपा ने हमेशा सामाजिक न्याय की बात कही है, चाहे फिर वह आबादी व आर्थिक आधार पर आरक्षण, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करना, प्राथमिक विद्यालय में तकनीकी शक्षिा, घरेलू बिजली बिल माफ, महिलाओं को 50 फ़ीसदी आरक्षण, गरीबों को मुफ्त इलाज, कुटीर एवं लघु उद्योग से बेरोजगारों को रोजगार, प्राथमिक वद्यिालय से स्नातकोत्तर तक निशुल्क शक्षिा, बिना भेदभाव के नौकरी, सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू कराना, निशुल्क स्वास्थ्य-शक्षिा और बिजली आदि। उन्होंने कहा कि अरविंद राजभर (प्रमुख महासचिव, पूर्व राज्यमंत्री), अरुण कुमार राजभर (राष्ट्रीय महासचिव व प्रवक्ता), सुनील कुमार अर्कवंशी (प्रदेश अध्यक्ष), महेंद्र राजभर (राष्ट्रीय उपाध्यक्ष) सतीश बंजारा, गुलाब खंगार, प्रेमचंद कश्यप आदि नेता सुभासपा के साथ खड़े हैं।