मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस 2020 के मौके पर लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कर्तव्य निभाने के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कोरोना काल में पुलिसकर्मियों के योगदान का उल्लेख करते हुए उनकी तारीफ की और कहा कि उनकी सरकार अपराध और अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस नीति पर चल रही है।
योगी ने कहा कि सरकार की सख्ती के परिणाम स्वरूप विभिन्न जनपदों में दुर्दांत अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान 20 मार्च 2017 से 5 अक्टूबर 2020 तक कुल 125 अपराधी मुठभेड़ में मारे गए। 2,607 घायल हुए। वर्ष 2019-20 में उत्तर प्रदेश पुलिस के नौ जवान शहीद हुए हैं। शहीद के परिजनों को आश्वस्त किया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने बताया कि सरकार की ओर से 26 करोड़ रुपये 122 शहीदों के परिजनों को दिए गए हैं।योगी ने बताया कि बिकरु कांड में शहीद पुलिस कर्मियों को 50 लाख की जगह एक करोड़ रुपये दिए गए।मनोबल बढ़ाने के लिए 26 जनवरी और 15 अगस्त को पुलिसकर्मियों को पदक दिए गए। महिला बटालियन के लिए 3687 पद सृजित किए गए हैं। मिशन शक्ति चलाया जा रहा है। समारोह में मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा पुलिसकर्मियों व उनके परिवारों की बेहतरी के लिए किए जाने वाले कार्यों को गिनाया।उन्होंने कहा कि सरकार अपराध के खिलाफ जंग जारी रखेगी। आज सभी अपराधी जेल में हैं या मारे गए हैं। पुलिस के शहीदों को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि एक सितंबर 2019 से 31 अक्तूबर 2020 तक देश मे कुल 264 पुलिस जवान शहीद हुए। इसमें उत्तर प्रदेश के कुल नौ पुलिसकर्मी शामिल हैं। सबसे अधिक आठ शहीद कानपुर विकास दुबे एनकाउंटर केस के हैं।