मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। प्रदेश के अलग-अलग स्थानों से आ रही दुराचार की घटनाओं ने प्रदेश सरकार की नींद हराम करके रख दिया था। इसी बीच राजधानी लखनऊ में नौकरी लगवाने का दावा करने वाले युवक ने दोस्तों के साथ मिल कर दलित छात्रा से गैंगरेप किया। नौकरी लगवाने का दावा करने वाले युवक ने दोस्तों के साथ मिल कर दलित छात्रा से गैंगरेप किया।
आठ दिन तक उसे बंधक बना कर यातनाएं दी गईं। बेटी के घर नहीं लौटने पर पिता शिकायत लेकर गुड़म्बा थाने पहुंचे। युवती के परिवार के थाने जाने की खबर लगने पर आरोपी पीड़ितों को निजी अस्पताल के पास छोड़ कर फरार हो गए। घर लौट कर युवती ने परिवार वालों को आपबीती बताई। थाने पहुंच कर शिकायत करने पर सुनवाई नहीं हुई। उच्च अधिकारियों से सम्पर्क करने के बाद गुड़म्बा पुलिस ने एक महीने बाद गैंगरेप का मुकदमा दर्ज किया है। गुड़म्बा निवासी दलित छात्रा की मुलाकात विपिन सिंह से हुई थी। आरोपी ने नौकरी लगवाने का भरोसा देते हुए युवती को अपने घर बुलाया था। 23 अगस्त को युवती शैक्षिक दस्तावेज लेकर विपिन के मकान पर पहुंची। जहां विपिन के साथ शकील व चार अन्य युवक मौजूद थे। युवती के मुताबिक शकील और विपिन ने सादे कागज पर दस्तखत कराते हुए शैक्षिक दस्तावेज छीन लिए। खाने में नशीला पदार्थ मिला कर उसे बेहोश करने के बाद दुराचार किया गया। होश आने पर युवती ने विरोध किया। इस पर बंधक बना कर उसकी पिटाई की गई। छात्रा के मुताबिक आठ दिन तक उसे बंधक बना कर रखा गया था। पिता के मुताबिक बेटी के घर नहीं लौटने पर वह लोग थाने गए थे। इस बात की जानकारी आरोपी शकील और विपिन को हो गई। आरोप है कि दबंगों ने पुलिस में शिकायत करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी। विरोध करने पर युवती के परिवार के साथ मारपीट की गई। इंस्पेक्टर रितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि युवती से गैंगरेप करने के आरोप में विपिन सिंह और शकील को गिरफ्तार किया गया है। युवती के पिता के मुताबिक तीन सितंबर को उन्होंने थाने पहुंच कर तहरीर दी थी। मगर, कार्रवाई नहीं हुई। गुरुवार को युवती के परिवार को मुकदमा दर्ज किए जाने की जानकारी हुई।
ओ३म्: ‘क्या इस जन्म से पहले हमारा अस्तित्व था और मृत्यु के बाद भी रहेगा?’