मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। राजधानी के मोहनलालगंज में मंगलवार को मॉर्निंग वॉक पर निकले पूरनपुर के बीडीसी विजय प्रताप रावत (35) की स्कार्पियो से लड़ने के बाद मौत हो गई। परिवार ने स्कार्पियो सवारों पर गोली मारकर हत्या का आरोप लगाया। जबकि पुलिस स्कार्पियो की टक्कर से मौत की बात कह रही है।
हादसे के बाद स्कार्पियो भी पलट गई और उसमें सवार युवक को ग्रामीणों ने पकड़ा है। उसे भी चोट लगी है। पुलिस के अनुसार मौके से खोखे मिले हैं लेकिन शरीर पर गन शाट नहीं मिले हैं। परिवार के अनुसार बीडीसी रोज की तरह मंगलवार को भी आउटर रिंग रोड के पास टहलने निकले थे। इसी दौरान स्कार्पियो से आए हमलावरों ने गोली मार दी। गोली की आवाज सुनकर ग्रामीणों को आता देख भागने के प्रयास में स्कार्पियो पलट गई। एक हमलावर को ग्रामीणों ने पकड़ लिया। लोगों ने शव रखकर हंगामा और नारेबाजी भी की। पुलिस ने आश्वासन देकर लोगों को समझाया। पुलिस के आलाधिकारियों मौके पर पहुंचकर घटना की जांच पड़ताल की। बीडीसी की पत्नी रेखा के अनुसार गांव के बाहर से निकली आउटर रिंग रोड पर टहलने के निकले थे। आरोप लगाया कि उनकी हत्या इलाके के ही कुछ लोगों ने अपने साथियों के साथ मिलकर की है। उन लोगों से प्रापर्टी को लेकर पुराना विवाद चल रहा है। उन्होंने बेटे शुभम और बेटी नेहा व स्वाती की सुरक्षा व भविष्य को लेकर चिंता व्यक्त की। पुलिस का दावा है कि मौके से गोली के खोखे मिले हैं लेकिन बीडीसी के शरीर पर गन शाट नहीं मिले हैं। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही स्थित साफ हो सकेगी। ज्वाइंट सीपी नवीन अरोड़ा के अनुसार मौके से मनोज यादव नामक युवक को पकड़ा गया है। स्कार्पियो पलटने से उसे भी चोट लगी है। उसका इलाज अवध अस्पताल में हो रहा है। अलग अलग सात टीमें मामले की जांच के लिए लगाई गई हैं। पकड़ा गया युवक बिल्डिंग मैटेरियल और प्रापर्टी डीलिंग का काम करता है। पुलिस के अनुसार परिवार की तहरीर के बाद आगे की कार्रवाई होगी।