इसी के चलते कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू गांव में 2 जुलाई की रात सीओ सहित आठ पुलिसकर्मियों की हत्या की घटना में शामिल विकास दुबे के साथी 25 हजार के इनामी अमर दुबे को आज तड़के हमीरपुर के मौदहा में एसटीएफ एवं हमीरपुर की पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही में मुठभेड़ में मार गिराया। थाना प्रभारी व एसटीएफ के एक कांस्टेबल को भी गोली लगी है। उधर विकास दुबे के एक और साथी श्यामू वाजपेई को कानपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया, इस पर भी 25 हजार का ईनाम घोषित था। पुलिस से लगातार छिपकर भाग रहे अमर दुबे ने पुलिस-एसटीएफ पर फायरिंग की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। अमर दुबे इस सामूहिक हत्याकांड में मुख्य आरोपी विकास दुबे का सबसे करीबी था और रिश्ते में उसका भतीजा लगता था। पुलिस के मुताबिक अमर दुबे पर चौबेपुर थाने में 5 मुकदमे दर्ज है इसके अलावा भी इस पर कई मुकदमे दर्ज होने की बात कही जा रही है। घटना वाले दिन वह भी हमले में शामिल था और छत से विकास के साथ पुलिसकर्मियों पर फायरिंग कर रहा था। अमर दुबे को विकास का शातिर शार्प शूटर बताया जाता है।
अमर घटना वाले दिन ही पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अतुल दुबे का सगा भतीजा है। दो दिन पहले ही पुलिस ने अमर दुबे की मां क्षमा दुबे को हमलावरों को संरक्षण दिए जाने के आरोप में जेल भेजा था।मुठभेड़ स्थल से कई चले हुए कारतूस और ऑटोमेटिक पिस्टल बरामद तथा एक नीला बैग बरामद हुआ है। हमीरपुर के एसपी श्रलोक कुमार के अनुसार मौदाहा थाना क्षेत्र के नेशनल रोड के पास हुई मुठभेड़ में थाना प्रभारी मनोज शुक्ल व एसटीएफ के एक कांस्टेबल को भी गोली लगी है, उन्हे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अमर दुबे के अरतरा गांव में छिपे होने की सूचना पुलिस को मिली थी। वह यहां से भागकर मध्यप्रदेश जाने की फिराक में था। अमर दुबे के अन्य साथियों की तलाश में पूरे इलाके में कंम्बिग की जा रही है। पुलिस द्वारा विकास दुबे के वांछित साथियों की सूची में अमर दुबे का नाम सबसे ऊपर था।
उधर इस मामले में अभी तक फरार विकास दुबे की गिरफ्तारी न होने से मुख्यमंत्री की नाराजगी के चलते अब पुलिस एवं एसटीएफ ने अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। इसी क्रम में विकास दुबे के 18 नामजद साथियों में से 25 हजार के एक और ईनामी बदमाश श्यामू वाजपेई को कानपुर नगर की पुलिस ने मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। सूत्रों की मानें तो श्यामू ने बताया कि विकास की सुरक्षा का जिम्मा अमर के ही पास रहता था। बीते 29 जून को ही अमर दुबे की शादी हुई थी। विकास दुबे ने ही रिश्ता तय कराया था लेकिन लड़की वालों ने अपराध के बारे में जानकारी होने पर मना कर दिया था। इसके बाद विकास ने लड़की को उसके परिवार के साथ अपने घर बुला लिया और यहीं शादी करा दी। दो दिन लड़की विकास के घर पर रही थी। उसके बाद परिवार के साथ बिदा कर दिया गया। शादी की सिर्फ रस्म अदायगी रही। परिवार के लोग ही शामिल हुए। कोई कार्ड नहीं बांटे गए, भव्य आयोजन नहीं हुआ। विकास के करीबी 20-25 लोगों को ही शादी की दावत दी गई थी।