श्रावस्ती में दर्दनाक सड़क हादसा, 4 महिलाओं सहित 5 की मौत

0
304

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। श्रावस्ती जिले के इकौना थाना क्षेत्र में शुक्रवार रात करीब 10 बजे भयंकर सड़क हादसा हो गया। बहराइच से उतरौला वापस जा रहे यात्रियों से भरी एक टेंपो सड़क पर पड़ी ईंट पर चढ़ जाने से पलट गई। इसी दौरान विपरीत दिशा से आ रहे ट्रक ने टेंपो से गिरे यात्रियों को कुचल दिया और रात का फायदा उठाकर फरार हो गया।

शवों के ढेर पर सोया हुआ था मासूम बच्चा
हादसे में चार महिला और एक पुरुष की मौके पर मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं घायल हो गईं हैं। हादसे में एक छोटा बच्चा सुरक्षित बच गया जो शवों के ढेर पर सोया हुआ मिला। सूत्रों के मुताबिक ईंट से लदी एक ट्रॉली नेशनल हाईवे पर कुछ देर पहले पंचर हो गई थी जिसके लेबर ने उसी में से कुछ ईंट उठाकर ट्रॉली के आगे और पीछे लगा दिया था, ताकि कोई भी वाहन ट्रॉली से ना टकरा जाए। इसके बाद वे ट्रॉली का चक्का खोलकर कहीं पंचर बनवाने चले गए थे। इसी बीच जनपद बलरामपुर के उतरौला के हाशिम पारा के पेडिया गांव निवासी लगभग 9 लोग टेंपो में सवार होकर बहराइच से वापस अपने घर जा रहे थे। अचानक सामने से आ रहे ट्रक की चकाचौंध लाइट से टेंपो चालक कुछ देख ना सका जिससे टेंपो सड़क पर पड़ी ईंट पर चढ़ गया और एकाएक पलट गया।

Advertisment
manoj shrivastav

उसमें सवार सभी लोग एक एक करके सड़क पर गिर गए, तभी सामने से आ रहे ट्रक ने लोगों को रौंद दिया और रात का फायदा उठाकर फरार हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची थाना इकौना की पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर घायलों को उपचार के लिए भेज दिया है।

पुलिस ने की मृतकों की पहचान
कुछ देर बाद सूचना पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक अरविंद कुमार मौर्य और उप जिला अधिकारी इकौना आर पी चौधरी ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचकर घटना का जायजा लिया। मृतकों की पहचान निजाम (लगभग 35 वर्ष), किताबुन निशा (70 वर्ष), रुबीना (लगभग 25 वर्ष), साफिया (लगभग 50 वर्ष), प्रवीन (लगभग 25 वर्ष) के रूप में की गई है। सायरा बानो और आसमा घायल हैं।एक छोटा सा बच्चा व टेंपो चालक सुरक्षित बच गए हैं।

सीएम योगी ने दिए त्वरित मदद के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने श्रावस्ती में हुई इस सड़क दुर्घटना में लोगों की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।उन्होंने स्थानीय प्रशासन को घायलों एवं पीड़ितों का त्वरित उपचार कराने और उन्हें हर संभव मदद प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here