लखनऊ। कोरोना के विरुद्ध प्रभावी लड़ाई में कुछ लोगों की मूर्खता पूरी मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रही है। राज्य सरकार की तमाम अपील के बावजूद कुछ लोग लॉकडाउन की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आए, उसकी वजह से राजधानी में सदर इलाका सबसे संवेदनशील बन चुका है। यह हॉट स्पॉट्स का सबसे बड़ा इलाका बन गया है। यहां गुरुवार को कोरोना पॉजिटिव लोगों की संख्या 60 पहुंच गई है। ऐसे में अब पूरे सदर इलाके को तीन भागों में बांटा गया है। इसके अलावा सील इलाके का दायरा 200 से 300 मीटर तक बढ़ाने को लेकर मैपिंग की जा रही है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोड़ा गुरुवार को इस हॉटस्पॉट इलाके का जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि सदर में सेनिटाइजेशन कराया जा रहा है। यहां 12 जमाती लोगों से कोरोना शुरू हुआ था। एक बाहरी व्यक्ति मिराजुद्दीन था। जांच में सामने आया कि यहां सामाजिक दूरी का पालन नहीं किया गया। लोग एक दूसरे से सम्पर्क में रहे। लॉकडाउन के निर्देशों की पूरी तरह से अवहेलना की गई। राशन दुकानदार हॉटस्पॉट के अन्दर था,उसी को राशन वितरण का जिम्मा सौंप दिया गया।
इसी प्रकार एक शख्स अशफाक कैंट इलाके के सामुदायिक रसोईघर में छह-सात दिन तक काम करता रहा। इन दोनों ने कई लोगों को राशन और भोजन वितरण करने का काम किया, जिसकी वजह से इनके सम्पर्क में काफी आबादी आई। क्षेत्र में एक कोरोना संक्रमित मौलवी लगातार लोगों से सम्पर्क में रहे। नमाज अता की जाती रही। इस वजह से संक्रमण फैलता गया।
ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने कहा कि कल इस इलाके से 150 कोरोना सैम्पल जांच के लिए भेजे गये। इनमें से दो में कोरोना की पुष्टि हुई है। अब यहां के संक्रमित मरीजों की संख्या 60 पहुंच गई है। जिन दो परिवारों से यह संक्रमण इतने बड़े स्तर पर लोगों तक पहुंचा, उनके सभी सदस्यों को क्वारंटाइन किया जा रहा है। इसलिए क्वारंटाइन की संख्या भी लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि यहां के लोगों ने काफी देर कर दी है। हालांकि अभी भी संभल जाएं तो आगे कोरोना संक्रमण फैलने से रोका जा सकता है।
गौरतलब है कि सदर की अलीजान मस्जिद से 12 जमाती मिले थे। पुलिस ने इन्हें छापेमारी के बाद वहां से पकड़ा था। इनमें कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने के बाद तीन अप्रैल को कसाईबाड़े इलाका सील किया गया था। इसके बाद से वहां से संक्रमित लोगों के मिलने का सिलसिला शुरू हो गया, जो कि अभी तक जारी है। जिन गलियों से कोरोना पॉजिटिव केस सामने आए हैं और जिन इलाकों में इनका मूवमेंट रहा है, वे सभी इलाके सील किये जा रहे हैं। नगर निगम की तरफ से सील परिक्षेत्र व उसके आसपास के इलाकों में सैनिटाइजेशन का काम कराया जा रहा है।
इसके साथ ही सदर के सील इलाके की निगरानी के लिए सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। सीसी कैमरों की मदद से हर वक्त नजर रखी जा रही है। इसके अलावा चार ड्रोन कैमरों से गलियों और छतों की निगरानी का काम किया जा रहा है। इलाके में 80 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें से 20 कैमरे कसाईबाड़े इलाके में लगाए गए हैं। पूरे दिन चार टीम फील्ड टेस्टिंग का काम कर रही हैं।
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