राजभवन की चुप्पी पर भी उठे सवाल!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने कहा कि भाजपा सरकार में जहरीले शराब से सैकड़ों लोग मर गये, शराब माफिया समांतर व्यवस्था संचालित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री बतावें की बेचारा बने आबकारी मंत्री कहां हैं? प्रदेश में जहरीले शराब से लगातार हो रही मौतों की जिम्मेदारी सरकार को लेनी होगी। मुख्यमंत्री बतायें कि जिन जिलों में जहरीली शराब से मौतें हुई है वहां इन घटनाओं के लिए जिम्मेदार कितने डीएम-एसपी और आबकारी विभाग के अधिकारियों पर कार्यवाही किये हैं। सपा सरकार में जरा-जरा मामले को हवा देने पर अमादा राजभवन इन मौतों पर चुप्पी क्यों साधा है। हर बार मुख्यमंत्री दिखावे की घुड़की देते हैं और हर बार शराब माफिया जहरीले शराब पिला कर मौत का नया-नया तांडव करते हैं। उन्होंने कहा कि अधिकतर परिवारों के मुखिया अपने घर के इकलौते कमाऊं थे। सरकार मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता के साथ-साथ हर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दे। कल कानपुर में ब्लैक फंगस की नकली दवा बेचते दो व्यक्ति पकड़े गये हैं। उसके भाजपा नेताओं की अंतरंगता की फोटो सोसल मीडिया में वायरल हुआ, वह भारतीय जनता पार्टी का नेता निकला। अब अलीगढ़ शराब कांड के मास्टरमाइंड की फोटो भाजपा सरकार के मंत्री के साथ वायरल हो रही है। इसके पहले जब प्रदेश में कोरोना से रोज अनगिनत लोग मर रहे थे तब राजधानी में एक भाजपा विधायक के अस्पताल में मरीज को आईसीयू में भर्ती करने के लिये 20 लाख रुपये मांगने का ऑडियो वायरल हुआ था। इन घटनाओं को देखते हुए मेरी मांग है कि संबंधित मंत्री और पार्टी के नेता आगे आकर बतावें कि बतावें कि इन गुनहगारों का भाजपा से क्या गठजोड़ है? सरकार को बताना चाहिये कि यह महज संजोग है या आपदा में अवसर ढूंढने वाला संगठित गिरोह भाजपा का ही विंग है।प्रतिशोध की भावना से काम करने वाले मुख्यमंत्री बतावें कि विभिन्न मामलों में शामिल भाजपा नेताओं के खिलाफ अब तक क्या कार्रवाई की गयी। कितनों के घर गिराये, कितनों को पुलिस ने गोली मारा?