सरदार पटेल : भारत गणराज्य की एकता और अखण्डता के सूत्रधार

0
386
हमारे शास्त्रों और भारतीय मनीषा ने सदैव इस इकाई को 
भारत भूमि या हिन्दुस्तान के रूप में मान्यता देकर इस 
भू-सांस्कृतिक अवधारणा को राष्ट्र के रूप में माना

लखनऊ: 15 दिसम्बर, 2020
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि पर आज यहां जी0पी0ओ0 पार्क स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरदार पटेल भारत माता के महान सपूत तथा भारत गणराज्य की एकता और अखण्डता के सूत्रधार थे। सरदार पटेल की स्मृतियों को कोटि-कोटि नमन करते हुए प्रदेश की जनता की ओर से श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्होंने कहा कि यह देश भले ही राजनैतिक रूप से किसी काल खण्ड में अलग-अलग रहा हो, लेकिन सांस्कृतिक रूप से अतीत के उस काल खण्ड से जब से मानव ने इस धरती पर जन्म लिया है, उत्तर में हिमालय दक्षिण में समुद्र तक पूरा भारत एक सांस्कृतिक इकाई के रूप में जाना जाता था। हमारे शास्त्रों और भारतीय मनीषा ने सदैव इस इकाई को भारत भूमि या हिन्दुस्तान के रूप में मान्यता देकर इस भू सांस्कृतिक अवधारणा को राष्ट्र के रूप में माना था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस देश में विदेशी हुकूमत ने एक काल खण्ड तक शासन किया। विदेशी हुकूमत यह जानती थी कि वे भारत पर तब तक स्थायी रूप से शासन नहीं कर सकते, जब तक कि यहां के नागरिक एक भाव के साथ जुड़े हुए हैं। उन्होंने यहां की एकता और अखण्डता को खण्डित करने का प्रयास भी किया, लेकिन सरदार पटेल ने एकता और अखण्डता को मजबूत करते हुए भारत को एक ऐसे स्वरूप में ला खड़ा किया, जहां सारी साजिशें नाकाम होकर रह गयीं। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने भारत को एक सूत्र में बांधकर देश की एकता व अखण्डता का अभेद्य कवच बनाया।
इस अवसर पर विधायी एवं न्याय मंत्री श्री बृजेश पाठक, विधायक श्री शशांक वर्मा, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल सहित अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here