मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। सीतापुर के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र में धोखाधड़ी का एक अनोखा मामला सामने आया है। एक आश्रम की संचालिका अनुष्ठान कराने के बाद पंडितों को दक्षिणा में नकली नोटों की पोटली पकड़ाकर फरार हो गई। आश्रम से 15 लाख से अधिक के नकली नोट बरामद हुए हैं।
पुलिस महिला की तलाश कर रही है। घटना गुरुवार सुबह करीब 4 बजे की है। आश्रम संचालिका गीता पाठक नाम की महिला ने धन प्राप्ति के लिए अयोध्या से 40 वेदपाठी पंडितों को बुलाकर 14 दिन का अनुष्ठान कराया था। अनुष्ठान पूरा होने पर दक्षिणा के रूप में पंडितों को कपड़े की पोटली में 100, 200, 500 और 2000 हजार के नकली नोट पकड़ाकर महिला फरार हो गई। भोजन करने के बाद पंडितों ने जब आपस में दक्षिणा बांटने के लिए पोटली खोला तो नकली नोट देखकर उनके होश उड़ गए। इस ठगी में पीड़ित पंडितों ने इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक सीतापुर को दी।उसके बाद मौके पर पहुंचे पुलिस क्षेत्राधिकारी महमूदाबाद रविशंकर प्रसाद ने वहां मौजूद लोगों से घटना की जानकारी ली। क्षेत्राधिकारी ने बताया कि गीतापाठक नाम की महिला महमूदाबाद थाना क्षेत्र के गांव टेरवा मनकापुर की रहने वाली है। उसने धन प्राप्ति के लिए बाहर से पंडितों को बुलाकर लक्ष्मी प्राप्ति का अनुष्ठान कराया था। इसके बाद जब पंडितों को दक्षिणा देने की बारी आई तो भारतीय मनोरंजन बैंक लिखे हुए नकली नोटों को एक पोटली में बांधकर उन लोगों को देकर फरार हो गई। महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया जा रहा है। इसकी जांच की जाएगी कि आखिर नकली नोट का इतना बड़ा जखीरा उस महिला को कहां से प्राप्त हुआ है।