लखनऊ। इस सावन में खास बात यह है कि सावन की शुरुआत सोमवार से हुई तो सावन का समापन भी सोमवार के दिन ही होगा। इस बार सैकड़ों साल बाद सोमवती अमावस्या के दिन दुर्लभ संयोग बन रहा है। 20 जुलाई के दिन पुनर्वसु नक्षत्र, सोमवार के दिन और अमावस्या से पुष्कर योग बन रहा है। पुष्कर योग में शिवपूजा करने से विवाह, धनधान्य, संतान और सेहत का सुख मिलता है और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इस बार सोमवती अमावस्या 20 जुलाई को पड़ रही है। सावन में सोमवती अमावस्या को पूजा-पाठ करने और जलाभिषेक का विशेष फल प्राप्त होता है। धर्म के जानकारों का कहना है कि 20 साल पहले ऐसा शुभ संयोग बना है, जो विशेष फलदायी होगा।
भगवान शिव को समर्पित सावन मास का हर सोमवार बहुत विशेष होता है।
इस बार सोमवती अमावस्या का विशेष संयोग अनेक संकटों से मुक्ति दिलाने वाला माना जा रहा है, क्योंकि 20 साल बाद सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है। इससे पहले साल 2000 में ऐसा संयोग बना था। विख्यात वैदिक ज्योतिषाचार्य और उपचार विधान विशेषज्ञ विष्णुकांत शास्त्री के अनुसार इस दिन भगवान शिव का विशेष अभिषेक संपन्न करने पर सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। गंगा स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। सोवमती अमावस्या के दिन भगवान शिव, पार्वती, गणेजी और कार्तिकेय की पूजा की जाती है। सावन में सोमवती अमावस्या को पूजा-पाठ करने और जलाभिषेक का विशेष फल प्राप्त होता है। इस बार दो दशक बाद सावन के तीसरे सोमवार को विशेष मुहूर्त में सोमवती अमावस्या पड़ रही है।
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