न्यूयॉर्क । दुनिया में 82 करोड़ लोग प्रतिदिन भूखे पेट सोते हैं। विश्व खाद्य कार्यक्रम की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि तेरह करोड़ पच्चास लाख लोग पहले से ही भुखमरी से जूझ रहे हैं। अभी कोविड -19 से उत्पन्न स्थितियों के कारण मौजूदा वित्त वर्ष में तेरह करोड़ लोग और भुखमरी के कगार पर पहुँच सकते हैं। इस से 26 करोड़ 50 लाख लोग भुखमरी की दहलीज़ पर पहुँच सकते हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ‘विश्व खाद्य कार्यक्रम’ ने सचेत किया गया है कि ‘भुखमरी की महामारी’ दस्तक दे सकती है। इसके लिए अपेक्षित क़दम उठाने की अपील करते हुए कहा गया कि इस ओर तत्काल क़दम नहीं उठाए गए तो भुखमरी के शिकार लोगों की तादाद में भारी वृद्धि हो सकती है।
विश्व खाद्य कार्यक्रम के निदेशक डेविड बीसले ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के एक कार्यक्रम में कहा कि कोविड-19 के दुष्परिणामों के कारण आज दुनिया भुखमरी के मुहाने पर खाड़ी है। उनका कहना था कि भले ही अभी अकाल की स्थिति नहीं है, लेकिन सरकारों को अभी से क़दम उठाने होंगे, अन्यथा दुष्परिणामों के लिए तैयार रहना होगा। इस समस्या से निपटने के लिए उन्होंने सुझाव दिए कि फ़ंड की कमी दूर की जाए और काम काज की बाधाओं को समय रहते दूर कर लिया जाए।
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