6 जून को भारत-चीन के बीच फिर होगी​ पूर्वी ​लद्दाख में ​​ब्रिगेडियर स्तर ​की ​बैठक 

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नई दिल्ली।​ पिछले दिनों चीनी एयरबेस गरगांसा, होटन और काशगर से लद्दाख तक लड़ाकू विमानों ने उड़ान भी भरी लेकिन इसे नियमित अभ्यास का हिस्सा बताया गया। सिर्फ चार से पांच जे-11 लड़ाकू विमानों को गरगांसा (नागरिक हवाई क्षेत्र नगरी कुन्हा) एयरबेस पर तैनात किया गया है जो एलएसी से लगभग 60-80 किमी दूर है। इसके अलावा ​चीन ने ​कई जे-11 और जे-8 ​लड़ाकू ​विमानों को चीनी एयरबेस हॉटन और काशगर में ​तैनात कर ​रखा है। यह इसलिए चिंता की बात नहीं है क्योंकि जब चीनी लड़ाकू विमान एलएसी के पास उड़ान भरते हैं तो भारतीय वायुसेना के लड़ाकू विमान भी ऐसा ही करते हैं। इसके अलावा चीनी जेट विमानों की हथियार और ईंधन-वहन ​की ​क्षमता उनके हवाई अड्डों के उच्च ऊंचाई पर स्थित होने के कारण काफी सीमित है।
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल- एलएसी) पर तनाव दूर करने के लिए​ भारतीय सेना और चीनी सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी- ​​पीएलए) के ​बीच छह दौर की वार्ता नाकाम होने के बाद मंगलवार को हुई ​डिवीजनल कमांडर स्तर ​की बातचीत भी बेनतीजा ही रही​।​ ​अब पूर्वी ​लद्दाख में ​​ब्रिगेडियर स्तर ​की अगली बैठक 6 जून को​ होगी।​
भारत और चीन ​लगातार कह रहे हैं कि दोनों देश आपसी बातचीत और विचार-विमर्श के माध्यम ​से ​सीमा पर तनाव को दूर करने के लिए बिना किसी बाधा के काम कर रहे हैं। ​इसके बावजूद लगातार वार्ता नाकाम होते देख सैन्य विशेषज्ञों का मानना है कि चीन बातचीत के बहाने समय ले रहा है​ और अन्दर ही अन्दर अपनी तैयारियां करने में जुटा है​​। ​​
सूत्रों के मुताबिक सीमा ​पर तनाव दूर करने के लिए प्रोटोकॉल के मुताबिक ​पहले स्थानीय कमांडर​ स्तर​ पर बातचीत कर मामला सुलझाने ​के लिए दो दौर ​की ​वार्ता हुई​​​​​।​ भारत का कहना है कि उस वार्ता के दौरान लिए गए फैसलों को चीनी सेना ने जमीनी स्तर पर लागू नहीं किया​, ​जिससे तनाव में कमी नहीं आई, ​इसलिए इसके बाद प्रतिनिधि मंडल के तौर पर दोनों ​सेनाओं के ब्रिगेडियर ​स्तर​ के अधिका​रियों के बीच मीटिंग ​हुई।​ ​वार्ता के दौरान हालांकि कुछ छोटे मसलों पर सहमति भी बनी जिसके बाद चीन और भारत ने भी अपने कुछ ​भारी वाहनों को पीछे किया। ​इसके बावजूद ​तनाव खत्म करने के लिए दोनों देश किसी सहमति पर नहीं पहुंच पाए। ​​कमांडर स्तर पर मामला न सुलझने पर ​​​​मंगलवार को डिवीजनल कमांडर स्तर ​की ​बैठक ​हुई जिसमें ​दोनों तरफ के मेजर जनरल ​स्तर के ​अधिकारियों ने ​हिस्सा लिया​​। ​यह बैठक भी बेनतीजा रही।अब ​6 जून को​ पूर्वी ​लद्दाख में ​​भारतीय सेना और ​​पीएलए के ​​​ब्रिगेडियर स्तर पर ​ फिर ​वार्ता तय की गई है​।
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