मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कानून व्यवस्था की दंभ भरने वाले योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश में लगातार तीन दिन से एक के बाद एक डबल मर्डर से प्रदेश थर्रा गया है। पहले सोमवार को अयोध्या में, मंगलवार को संभल में आज बुधवार को मेरठ में डबल मर्डर हुआ।
चाइना से उखड़ कर इंडिया आने वाले उद्योग यूपी में आ रहे हैं के प्रचार को भी इन घटनाओं से धक्का लग सकता है। विपक्षी सवाल करने लगे कि क्या इसी कानून व्यवस्था के बल पर यूपी सरकार इन्वेस्टरों बुलायेगी। बुधवार को मेरठ में पुरानी रंजिश को लेकर घर के बाहर दो सगे भाइयों की गोली मारकर हत्या कर दी गई। सूचना मिलते ही पुलिस गांव पहुंची। एक पक्ष ने आरोपियों के घर पर हमले का भी प्रयास किया। हालात बेकाबू देख आसपास के थानों से फोर्स बुलवाई गई। दूसरे पक्ष के कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया। मेरठ के पास स्थित मुंडाली के जिसौरा गांव में अजवर और पूर्व प्रधान नियाज पक्ष के बीच चुनावी रंजिश चली आ रही है। नियाज पक्ष से एक किशोर की तीन साल पहले गोली लगने से मौत हुई थी, जिसमें अजवर के बेटे खालिक समेत कई को नामजद कराया गया था। इसको लेकर दोनों पक्ष में रंजिश है। अजवर और नियाज पक्ष के बच्चों के बीच क्रिकेट खेलने को लेकर मंगलवार दोपहर विवाद हुआ था। इसी विवाद में दोनों पक्ष मंगलवार रात आमने सामने आ गए। अजवर के दोनों बेटे खालिक और माजिद घर के बाहर खड़े थे। इसी दौरान नियाज पक्ष ने हमला बोल दिया और जमकर गोलियां बरसाते हुये 40 राउंड फायरिंग किया। गोलीबारी में खालिक (20) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि माजिद (18) ने अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इससे पहले मंगलवार को संभल में सपा और उनके बेटे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बहजोई थाना इलाके में हुए इस डबल मर्डर से हड़कंप मच गया। हत्या के पीछे मनरेगा के तहत बनाई जा रही सड़क का विरोध बताया जा रहा है। गांव के ही कुछ दबंग इस सड़क का विरोध कर रहे थे। दिन निकलते ही हुई सनसनीखेज दोहरे हत्याकांड के बाद पुलिस अधीक्षक के साथ ही आईजी भी मौके पर पहुंच गए थे। समाजवादी पार्टी के नेता छोटे लाल दिवाकर की पत्नी गांव की प्रधान हैं। ऐसे में उनका भी ज्यादातर काम छोटेलाल दिवाकर ही देखते थे। छोटे लाल दिवाकर मंगलवार की सुबह अपने बेटे सुनील दिवाकर के साथ गांव की आबादी के बाहर मनरेगा से बन रही सड़क का जायजा लेने गए थे। आरोप है कि इसी दौरान गांव के ही कुछ दबंग वहां पहुंच गए और आगे अपने खेत होने का हवाला देते हुए सड़क निर्माण का काम आगे न बढ़ाने की हिदायत दी। जब छोटे लाल दिवाकर ने ऐसा करने से इंकार कर दिया तब दबंगों ने छोटे लाल दिवाकर की गोली मारकर हत्या कर दी। सोमवार को अयोध्या में एक मकान के विवाद को लेकर हो रही पंचायत के दौरान मौजूदा प्रधान और बीजेपी नेता जय प्रकाश सिंह और उनके साथ पंचायत चुनाव में उम्मीदवार रहे राम पदारथ यादव के बीच कहासुनी में चली गोलियों की तड़तड़ाहट में दो लोगों की हत्या हो गयी। बताते हैं कि पंचायत के दौरान देखते ही देखते ये कहासुनी खूनी संघर्ष में बदल गई। दोनों पक्षों की ओर से एक-दूसरे पर गोली चली।जिसमें राम पदारथ यादव की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि घायल प्रधान जयप्रकाश सिंह को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी गई है. ये घटना थाना इनायत नगर क्षेत्र के पलिया प्रताप शाह गांव की है। प्रधान जय प्रकाश सिंह स्थनीय सांसद लल्लू सिंह के करीबी थे।