आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो भाइयों की मौत, जेब मे मोबाइल होने से गई जान! पुलिस

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मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। गोरखपुर के पिपराइच क्षेत्र में नैयापार खुर्द गांव के पास शनिवार की रात गिरी बिजली की चपेट में आने से सगे भाइयों रामदयाल (38) व रामसकल (30) की मौत हो गई तथा उनकी मां बासमती देवी (60) झुलस गई हैं।

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हादसे के बाद बसमती देवी काफी देर तक दोनों बेटों के शव के बगल में बेहोश पड़ी रहीं। डेढ़ बजे के आसपास होश आने पर स्थानीय लोगों से उन्होंने मदद की गुहार लगाई। तब जाकर लोगों को हादसे का पता चला। बासमती देवी का मेडिकल कालेज में उपचार चल रहा है। जहां डाक्टरों ने उनकी हालत गंभीर बताई है। पिपराइच क्षेत्र के ही चिलबिलवा, साहू टोला निवासी रामदयाल के पिता छोटू प्रजापति का लंबे समय से बीमार थे। एक माह पहले उनका निधन हो गया था।

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बासमती देवी भी बीमार रहती थीं। दोनों बेटे अलग रहते थे। पति की मौत के बाद बासमती देवी को शक हुआ कि किसी ने उनके परिवार पर तंत्र-मंत्र करा दिया है, जिसकी वजह से पति की मौत हुई है और वह बीमार रहती हैं। बेटों के अलग होने की वजह से भी वह तंत्र-मंत्र को ही मान रही थीं। दोनों बेटों के साथ शनिवार को वह नैयापार गांव के करमहा टोले में रहने वाले ओझा के पास झाडफ़ूंक कराने गई थीं। घर लौटते समय रात हो गई। अभी वह लोग नैयापार गांव से बाहर निकले ही थे कि बारिश शुरू हो गई। भींगने से बचने के लिए वह लोग थोड़ी दूरी पर स्थित पंचायत भवन की तरफ जा रहे थे। इसी बीच उन पर बिजली आ गिरी। हादसे में बुरी तरह से झुलसी बासमती देवी रात डेढ़ बजे तक बेटों के शव के पास बेहोश पड़ी रहीं। रामदयाल का एक बेटा किसुन (13) व दो बेटियां आंचल (9) व पम्मी (16) तथा रामसकल का एक बेटा आदर्श (एक वर्ष), अनुराधा (7), रिया (4) और पल्लवी (5) हैं। इस संदर्भ में थानेदार प्रमोद कुमार त्रिपाठी ने बताया कि चार लोग थे, जो बिगड़ते मौसम के बीच अपने घर की ओर जा रहे थे। इसी बीच बिजली तड़की जिसमें दो लोग घटनास्थल पर ही मर गये। उनकी मां को तीन-चार जगह चोट लगी है। वह दो लाशों के पास मिलीं। एक और व्यक्ति था जो सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि जो दो लोग मरे हैं उनकी जेब में मोबाइल था।उनके बगल चल रही मां भी उन्हीं के चपेट में आकर घायल हो गयी, जिसे पुलिस ने मेडिकल कॉलेज भेजवाया। इनके साथ एक और व्यक्ति था जो थोड़ा पीछे था, वह पूरी तरह सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि मोबाइल के कारण इनकी जान गयी। जिनके पास मोबाइल नहीं था वह बच गये, और ये लोग आकाशीय बिजली की चपेट में आ गये।

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