मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।ट्वीटर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर कट्टरपंथियों हिन्दू -मुस्लिम के बीच आजकल विकास दुबे को लेकर बहस जारी है। हैरत अंगेज़ बात है कि आज हिन्दू मुस्लिम नफरत इस हद तक पहुंच गई है की लोग खूंखार अपराधी को हीरो बताने पर आमादा हो गए हैं।
कानपुर जिले के चौबेपुर थानाक्षेत्र के बिखरू गांव में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर हमला हुआ था। इसमें सीओ समेत 8 जवान शहीद हो गए थे । इसके बाद सोशल मीडिया पर कई लोग विकास दुबे का समर्थन कर रहे हैं, जिनकी अब खैर नहीं है। कानपुर पुलिस ने एक वीडियो पोस्ट जारी कर ऐसा करने वालों को गिरफ्तार करने की बात कही है।इस संबंध में कानपुर दक्षिण पुलिस अधीक्षक अपर्णा गुप्ता ने एक वीडियो पोस्ट कर कहा है कि चौबेपुर थानाक्षेत्र में शहीद हुए 8 पुलिसकर्मियों के घटना के बाद कुछ लोगों ने सोशल मीडिया में बहुत ही आपत्तिजनक पोस्ट किए हैं। इस घटना को अंजाम देने वाले विकास दुबे के समर्थन में कुछ लोग जय-जयकार करके माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी है कि कानपुर पुलिस ने फजलगंज और काकादेव थाने में एक-एक रिपोर्ट दर्ज कराई है। जिले के काकादेव थाने में एक ऐसे ही आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है, जबकि दूसरे आरोपी को पकड़ने का प्रयास जारी है। इसके अलावा काकादेव थानाक्षेत्र के अंतर्गत कोचिंग मंडी में एक कोचिंग चलाने वाले किलिकिल सचान नामक व्यक्ति पर भी पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है।सचान ने अपने फेसबुक पेज पर खुलकर विकास दुबे का समर्थन किया था।सचान ने लिखा था, दुबे जी ने गोली चलवा दी तो तकलीफ हो गई पुलिस ठाकुर-यादव- ब्राह्मण-मुसलमान मारे तो कुछ नही होता।इसके आगे उसने लिख कि ब्राह्मण केवल पूजा पाठ के लिए नहीं होता, उसको भी औजार उठाने का हक़ है। इसके बाद पुलिस ने सचान को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि अभी तक पुलिस विकास दुबे को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। पुलिस ने विकास दुबे पर इनाम की राशि 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख रुपये कर दी है । इसके अलावा 18 अन्य नामजद अभियुक्तों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा गया है ।