मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। कोरोना से आयी आर्थिक तबाही का हश्र दिखने लगा है। महीने भर के अंदर बाराबंकी जिले में दो परिवारों द्वारा सुसाइड पत्र लिख कर मरने की घटना हो गयी।
इस बार शहर के आवास विकास कॉलोनी में किराए पर रहने वाले दंपती ने अपने दो बच्चों के साथ फांसी लगाकर जान दे दी। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और घर को सील कर जांच पड़ताल शुरू की। घर के अंदर एलईडी टीवी पर सुसाइड नोट चस्पा मिला है।मऊ जनपद के घोसी थाना क्षेत्र निवासी ललित किशोर गौड़ (35) अपनी पत्नी प्रीति और दो बच्चों प्रेम (12) व अप्रीत (2) के साथ आवास विकास कॉलोनी के सेक्टर 5 में किराए के मकान पर प्रथम तल पर रहता था। ललित किशोर एलईडी बल्ब को बनाकर बेचने का कारोबार करते थे। वह इसकी फैक्ट्री भी डालना चाहते थे। मगर लॉकडाउन के कारण फैक्ट्री डालना तो दूर उनका कारोबार भी ठीक से नहीं चल पा रहा था। जिससे वह परेशान रहते थे। ललित किशोर के घर पर जब करीब 9:00 बजे दूधवाला पहुंचा तो दरवाजा नहीं खुला। मकान मालिक व पड़ोस में रहने वाले देखा तो ललित किशोर उनकी पत्नी और बच्चे मरे पड़े हैं। सूचना मिलते ही मौके पर शहर कोतवाली पुलिस पहुंची। एसपी डॉ. अरविंद चतुर्वेदी समेत पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे। घर को पूरी तरह सील कर दिया गया। पुलिस का कहना है कि घर के अंदर एलईडी टीवी पर अंग्रेजी में सुसाइड नोट चस्पा है। सुसाइड नोट में क्या लिखा गया है इसकी जानकारी अभी पुलिस अधिकारियों ने नहीं दी है। जिसके बाद तरह-तरह की चर्चाएं गर्मा गयी है। हर कोई यही कह रहा है कि सुसाइड पत्र में ऐसा क्या लिखा है जो पुलिस छिपा रही है।पिछले महीने की 5 तारीख को एक परिवार के पांच लोगों ने घर मौत हुई थी। जिसमें सुसाइड की वजह आर्थिक तंगी बताया गया था।