मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ।मुख्यमंत्री कार्यालय लोकभवन के गेट नम्बर तीन के सामने पुलिस से निराश अमेठी से आयी दो महिलओं ने अपने ऊपर किरोसिन डाल कर आग लगा कर आत्मदाह का प्रयास किया, जल कर घायल हुए महिलाओं को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है, एक कि हालत गंभीर बताई जा रही है।
हजरतगंज कोतवाली क्षेत्र में आने वाले इस हाई अलर्ट जोन में कोई रोक भी न सका, जबकि वहां लगातार पैट्रोलिंग होती है। मुख्यमंत्री कार्यालय का गेट होने के कारण वहां सुरक्षाकर्मी भी तैनात रहते हैं। पता चला है कि घायल महिलाओं ने उपचार के दौरान बताया कि ज़मीन से सम्बंधित मामले सुनवायी ना होने से वह परेशान थीं। ये दोनों महिलाएं अमेठी की रहने वाली गुड़िया और सोफिया हैं। डॉक्टरों की टीम दोनों का इलाज कर है। महिलाओं ने बताया कि वह कोरोना महामारी काल में थाने से लेकर एसपी अमेठी और आईजी रेंज अयोध्या ऑफिस तक न्याय के लिए गुहार लगती रहीं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नही हुई।दोनों पीड़ित मां-बेटी हैं। जल कर घायल हुई महिलाओं ने बताया कि जिले की पुलिस से निराश होने के बाद बीते 6 जुलाई को मां बेटी आईजी रेंज अयोध्या कार्यालय में पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई थी। न्याय न मिलने से आहत मां-बेटी ने विधानसभा के सामने किया आत्मदाह का प्रयास किया। सूचना पर पहुंची हजरतगंज पुलिस ने एक कम्बल से दोनों की आग बुझाई। महिला साफिया ने वहां के दबंग, माफिया स्थानीय निवासी इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाये। सफिया 80 प्रतिशत से 90 प्रतिशतहैं जली है। जबकि उसकी बेटी गुड़िया 40 से 45 प्रतिशत जली हैं। इस संदर्भ में अमेठी के प्रभारी मंत्री मोहसिनरजा ने दोका सामना को बताया कि नाली और गाली को लेकर होने की बात आ रही है। हमने पुलिस अधीक्षक से कहा कि इस घटना जांच कर जो भी इसका जिम्मेदार हो हो उसे दंडित करके मुझे अवगत कराइये। उन्होंने कहा पिछले महीने की क्राइम मीटिंग में मैंने कहा था कि छोटी-छोटी घटनाओं पर ध्यान केंद्रित करके समाधान करते रहिये। जरा सी बात थोड़ी सी लापरवाही के कारण बीभत्स रूप ले सकती है।