नयी दिल्ली। सुप्रीमकोर्ट ने बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत की केंद्रीय जांच ब्यूरो को जांच का आदेश देते हुए बुधवार को कहा कि ‘जब सच सामने आयेगा तो दिवंगत आत्मा भी चैन से सो पायेगी।’
न्यायमूर्ति हृषिकेश रॉय ने सुशांत की प्रेमिका एवं मॉडल रिया चक्रवर्ती की स्थानांतरण याचिका निरस्त करते हुए कहा कि इस मामले की जांच सीबीआई ही करेगी। उन्होंने मुंबई पुलिस को निर्देश दिया कि वह इस मामले में अब तक इकट्ठा किये गये सभी साक्ष्य सीबीआई को सौंप दे।
न्यायालय ने कहा कि इस बात में कतई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए कि सीबीआई ही इस मामले की इकलौती जांच एजेंसी होगी और कोई भी राज्य पुलिस इसमें हस्तक्षेप नहीं करेगी।
न्यायमूर्ति रॉय ने अपने 35 पन्नों के फैसले में कहा कि सुशांत प्रतिभाशाली अभिनेता थे, जो अपनी पूरी अभिनय प्रतिभा दिखाने से पहले ही दुनिया से रुखसत हो गये। उनके परिजन, दोस्त और प्रशंसक भी निष्पक्ष जांच परिणाम की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहे हैं, ताकि मौत को लेकर सभी तरह के अटकलों पर विराम लग जाये।
उन्होंने लिखा है कि इसलिए एक निष्पक्ष जांच समय की मांग है। जांच के लिए अपेक्षित परिणाम शिकायतकर्ता (सुशांत के पिता) के लिए उचित न्याय होगा, जिन्होंने अपना इकलौता बेटा खाया है।” न्यायालय ने आगे कहा कि खुद रिया चक्रवर्ती के लिए भी यही इच्छित न्याय भी होगा, क्योंकि उसने भी सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की सीबीआई जांच की मांग की थी।
न्यायालय ने कहा है कि निष्पक्ष जांच के माध्यम से जो सही तथ्य सामने आयेंगे और उससे उन निर्दोष व्यक्तियों को न्यायालय मिलेगा जो मिथ्यारोपण अभियान के शिकार हो सकते हैं। जब सत्य की जीत होगी तो न्याय न केवल जिंदा लोगों को नसीब होगा, बल्कि दिवंगत आत्मा भी चैन से सो सकेगी। सत्यमेव जयते।”