वैष्णो देवी की यात्रा करनी है तो रखें इन बातों का ध्यान 

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वैष्णो देवी दरबार में जाने वाले प्रत्येक यात्री के लिए कटरा से यात्रा पर्ची लेना अनिवार्य होता है। यात्रा पर्ची बस स्टैंड पर ही स्थित टूरिस्ट रिसेप्शन सेंटर और टाउन हाल कटरा में सुविधा से मिल जाती है। इसके लिए यात्री को कोई शुल्क नहीं देना होता है।
यदि यात्री बिना यात्रा पर्ची के ही प्रस्थान कर जाता है तो उसे वाण गंगा से वापस आना पड़ता है।
वैष्णो देवी भवन पर पहुंचकर यात्री को यही पर्ची दिखा कर पवित्र गुफा में दर्शन के लिए नम्बर प्राप्त होता है। इसलिए यात्री यात्रा पर्ची कटरा से लेना सुनिश्चित करें, ताकि उसे असुविधा का सामना न करना पड़े। चमड़े के जूते पहनकर पहाड़ी क्षेत्र की यात्रा नहीं करनी चाहिए, इसलिए यात्रा के दौरान कपड़े के जूते पहनना बेहतर होता है। धार्मिक भावना को ध्यान में रखकर भी कपड़े के जूते ही पहनना उचित है। यदि आपके पास कपड़े के जूते नहीं हैं तो आप कटरा स्थित दुकानों से किराये पर भी जूते ले सकते हैं।

 

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यात्रा के दौरान पवित्रता का ध्यान रखना आवश्यक होता है, इसलिए कोई भी ऐसा पदार्थ यात्रा में न ले जाए तो अपवित्र माना जाता है। वर्षा ऋतु के मौसन में यदि यात्रा पर निकले है तो छाता या बरसाती ले जाना न भूले। यात्रा के दौरान छड़ी, कैमरा व टार्च आदि ले जाना चाहिए, क्योंकि रात्रि भी हो सकती है, ऐसे में टार्च का पास में होना आपके लिए सहायक व सुविधाजनक होगा। वैसे यह सभी वस्तुएं यहां किराये पर भी मिलती हैं।

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यात्रा के दौरान रेजगारी रखनी चाहिए, ताकि मार्ग में कन्याओं को बांटी जा सके और मंदिर में भी रेजगारी का संकट न हो।

गुफा से निकलने वाले पवित्र जल को प्रसाद के रूप में लेने के लिए यात्री कोई शीशी या फिर बर्तन आवश्य रखें। एक ही दिन में यात्रा पूरी न कर सकते वाले यात्री आदिकुमारी नामक स्थल में विश्राम कर सकते हैं। यह स्थान यात्रा के मध्य में पड़ता है।

आदिकुमारी व वैष्णो देवी दरबार में दोनों ही स्थानों पर कम्बल, दरी, स्टोव और खाना बनाने के बर्तन आदि मूल्य जमा करने पर निशुल्क उपयोग के लिए मिल सकते हैं। वस्तुओं को लौटा देने पर जमा धनराशि वापस मिल जाती है। यह प्रबन्ध यहा धर्मार्थ संस्थाओं के सहयोग से किया जाता है।
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