मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। गोरखपुर निवासी प्रॉपर्टी डीलर दुर्गेश यादव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी मनीष यादव गिरफ्तार कर लिया गया। हत्या के पहले प्रॉपर्टी डीलर की पिटाई में शामिल महिला पलक ठाकुर भी गिरफ्तार कर ली गयी। हत्या में प्रयोग किया गया पिस्टल और कारतूस भी बरामद हुआ है। पीजीआई थाना क्षेत्र के वृंदावन योजना के सेक्टर 14 बी में बुधवार की सुबह प्रॉपर्टी डीलर की गोली मारकर हत्या की गयी थी।
दबंगों ने दुर्गेश यादव की हत्या से पहले उसकी पिटाई का वीडियो बनाया था। जब उन्होंने यह वीडियो वायरल किया तो यूपी सरकार का वह दावा तार-तार हो रहा था, जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर सामान्य भाजपा कार्यकर्ता यह दावा ठोंकते हैं कि यूपी में जब योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा की सरकार आयी है अपराधी दहशत में हैं। योगी सरकार के लोग अक्सर यह कहते सुने जाते हैं कि अब अपराधी जान बचाने के लिये जेल में जाकर सुरक्षित हो रहे हैं। वह बेल निरस्त कराके जेल में जाने के लिये लाइन लगाये हैं। यदि किसी कारण जेल में नहीं पहुंच पाये तो उत्तर प्रदेश की सीमा से बाहर चले जाते हैं। लेकिन पिटायी का यह वीडियो देख कर अंदाजा लगाया जा सकता है कि वह दहशत कायम करने के लिये वायरल किया गया है। इस वीडियो से सरकार और पुलिस पर जब दबाव बढ़ा तो आरोपियों की गिरफ्तारी शुरू कर दी गयी। जरायम की दुनिया से जुड़े एक वरिष्ठ पत्रकार ने कहा कि इस घटना में पुलिस और अपराधी दोनों कामयाब रहे। पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर शाबासी के रही है तो सरगना अपनी क्रूरता का वीडियो वायरल कर क्षेत्र में नागरिकों के साथ स्थानीय छुटभैया गुंडों में भी अपने गिरोह की दहशत का एहसास करा दिया है।बताते हैं कि गिरफ्तारी के बाद लेडी डॉन के चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं है। भले ही पुलिस कुछ भी समझ रही हो।