- उत्तर प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य,
हाथरस मामले में विपक्ष पूरी तरह से गैर-जिम्मेदाराना रवैया अपना रहा है। विपक्ष नहीं चाहता कि सच सामने आए।
विपक्ष को दलित बेटी की इज्जत का सम्मान प्रिय नहीं है।
विपक्ष जानबूझकर इस क्षेत्र में जातीय दंगे कराना चाह रहा है।
मेडिकल रिपोर्ट, पोस्टमार्टम रिपोर्ट और एफ0एस0एल0 रिपोर्ट में कहीं पर गैंगरेप की पुष्टि नहीं हुयी है फिर भी विपक्ष बार बार गैंगरेप कहकर दलित बेटी का अपमान कर रहा है।
माननीय मुख्यमंत्री जी पहले ही एस0आई0टी0 गठित कर चुके हैं और एस0आई0टी0 की प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई भी प्रारम्भ हो चुकी है। सरकार की इस पहल से सत्य सामने आएगा।
विपक्ष नार्को/पाॅलीग्राफ टेस्ट से क्यों भाग रहा है?
विपक्ष के ट्वीट्स, आॅडियो टेप एवं पुरानी घटनाएं दंगे की साजिश की ओर इशारा करती हैं।
इससे साबित होता है कि यूपी में दंगे की साजिश है, हाथरस तो एक बहाना है।
राहुल गांधी शोलापुर महाराष्ट्र में 14 वर्षीय दलित बिटिया को न्याय दिलाने क्यों नहीं जा रहे?
राजस्थान में 48 घंटे के अंदर रेप की 18 घटनाएं हुईं। सबसे बड़ी बात यह है कि दो दलित बहनों के साथ रेप हुआ और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत खुलकर बलात्कारियों के पक्ष में आ खड़े हुए। उन्होंने कहा कि लड़कियां खुद लड़कांे के साथ घूमने गई थीं। राहुल गांधी राजस्थान में बेटियों को न्याय दिलाने क्यों नहीं जा रहे?
राहुल गाँधी पंजाब क्यों नहीं जा रहे?
राहुल गांधी हाथरस पिकनिक मनाने आ रहे हैं।
विपक्ष घटिया राजनीतिक स्वार्थ के लिए उत्तर प्रदेश को दंगे में झोंकने की साजिश कर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने पहले ही महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अत्याचार के खिलाफ सख्त कानूनों का प्रावधान किया है। जिससे तय समय में जांच और सीमित समय में ट्रायल होकर अदालती फैसला आए।
मुख्यमंत्री जी ने पहले ही पाॅक्सो मामले में मृत्युदंड के लिए सिफारिश की है।