मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। प्रदेश की सात विधान सभा सीटों पर हुए उपचुनाव में मंगलवार को मतदान शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गया। कहीं कोई अप्रिय घटना नहीं हुई। इन सातों विस सीटों पर 53.62 फीसदी मतदान हुआ। उम्मीदवारों की किस्मत इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों में बंद हो गई है। अब 10 नवम्बर को मतगणना के बाद नतीजे आएंगे।
संक्रमण और उपचुनाव होने की वजह से इस बार मतदान प्रतिशत कम होने की आशंका थी। मगर वोटरों ने उत्साह दिखाया और जमकर वोटिंग की। राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी अजय कुमार शुक्ल के अनुसार अमरोहा जिले की नौगवां सादात, बुलंदशहर, फिरोजाबाद की टूण्डला, उन्नाव की बांगरमऊ, कानपुर नगर की घाटमपुर, देवरिया, जौनपुर की मल्हनी विस सीटों पर सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ। इस दौरान हर विस सीट के कुछ मतदान केन्द्रों पर ईवीएम, वीवीपैट खराब होने की वजह से कुछ देर के लिए मतदान बाधित हुआ। सूचना मिलते ही तत्काल खराब ईवीएम व वीवीपैट को बदला गया।
सुबह 7 बजे से दोपहर 12 बजे तक मतदान की रफ्तार धीमी रही। जैसे-जैसे दिन चढ़ता गया वोटर घर से निकले और हर विस सीट के मतदान केन्द्रों पर मतदान प्रतिशत बढ़ता चला गया। कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए केन्द्रीय चुनाव आयोग की नई गाइड लाइन के तहत इस बार प्रत्येक पोलिंग बूथ पर अधिकतम एक हजार वोटरों को ही वोट देने की अनुमति थी। इस वजह से कई मतदान केन्द्रों पर सहायक पोलिंग बूथ भी बनाये गये थे। मतदान केन्द्रों पर संक्रमण से बचाव के लिए हैण्ड ग्लव्स, हैण्ड सैनिटाइजर, हाथ धोने के लिए साबुन व पानी, मास्क आदि की समुचित व्यवस्था की गयी थी। फिरोजाबाद की टूण्डला विस सीट के कोटला इलाके के कछुपुरा में कुछ लोगों ने मतदान का बहिष्कार भी किया। यह लोग मरघट की जमीन की मांग पूरी न होने की वजह से नाराज थे। इसी तरह उन्नाव की बांगरमऊ विस सीट के भठियापुर मतदान केन्द्र के पोलिंग बूथ नम्बर 108 पर ग्रामीणों ने हंगामा किया। इन लोगों का आरोप था कि मतदान कर्मी एक राजनीतिक दल विशेष के पक्ष में मतदान करने के लिए दबाव बना रहे थे।