पटना । बिहार में हो रहे विधानसभा चुनाव पर आज पूरे देश की निगाहें थी। चुनाव क्रिकेट मैच की तरह उतार-चढ़ाव भरा रहा। कभी नीतीश आगे जाकर दिखाई दिए तो कभी लालू के पुत्र। पूरे देश के लोगों की निगाहें बिहार कलेक्शन पर टिकी रही। चुनाव को लेकर सियासी गलियारों में भी गहमागहमी नजर आई, सुबह के समय लालू के लाल के समर्थक अत्यधिक उत्साहित हो गए और मिठाइयां तक बांट ली। शाम ढलते ढलते कई बार चुनावी नतीजे उलट-पुलट होते रहे, जब लालू के लाल को लगा कि अब उनकी पार्टी हारने वाली है तो ईवीएम को लेकर रोना शुरू हो गया। कांग्रेसी भी इस रोने में शामिल हुए। लालू के लाल के समर्थक देर शाम तक चुनावी नतीजों को लेकर सड़कों पर नजर आए। स्थिति यह आ गई कि चुनाव आयोग को यह कहना पड़ा कि चुनाव निष्पक्ष हो रहे हैं किसी तरह की कोई धांधली नहीं हुई।बिहार में सरकार बनाने के लिए जरूरी जादुई आंकड़ा 122 को श्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने कांटे के मुकाबले के बाद छू लिया है।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, 243 सदस्यीय विधान सभा के लिए अब तक घोषित 191 नतीजे में से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 54, उसकी सहयोगी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 32, विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) चार और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) तीन सीट पर जीत हासिल कर चुका है। वहीं, भाजपा 19, जदयू 11 और हम एक सीट पर बढ़त बनाए हुए है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के श्री तेजस्वी प्रसाद यादव की अगुवाई वाले महागठबंधन में शामिल राजद 62 सीट, कांग्रेस 16, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी मार्क्सवादी- लेनिनवादी (भाकपा-माले), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) नौ और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) दो-दो सीट जीत चुकी है जबकि राजद 14, कांग्रेस तीन, भाकपा-माले तीन सीट पर आगे है।
इस बार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल-मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) ने चार सीट पर जीत हासिल की है और एक सीट पर बढ़त बनाए हुए हैं। इसी तरह बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने भी एक और लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) ने भी एक तथा एक सीट पर निर्दलीय ने जीत हासिल की है।