नयी दिल्ली। मोदी सरकार ने 2015 में नेताजी की कई गोपनीय फाइलों को सार्वजनिक किया था। लाल किले में नेता जी की स्मृति में एक संग्रहालय भी बनाया गया ।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार आज़ादी की लड़ाई में नेताजी के जी के अविस्मरणीय योगदान को रेखांकित करते हुए उन्हें भारत का एक साहसी सपूत बताया है।
नेताजी सुभाष की 125 वी जयंती दिल्ली, कोलकाता एवं नेता जी से जुड़े अन्य स्थानों पर मनाई जाएगी। इसके साथ ही विदेशों में भी नेता जी से जुड़े शहरों में भी कार्यक्रम होंगे ।
कोलकाता में नेता जी के जीवन पर ध्वनि एवम प्रकाश का एक स्थाई कार्यक्रम करने की योजना बनाई गई है। इस तरह पूरे एक साल तक विभिन्न शहरों और नेताजी से जुड़े स्थलों पर सेमिनार गोष्ठियां प्रदर्शनियां आदि भी आयोजित की जाएगी। सरकार ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125 वीं जयंती राष्ट्रीय स्तर पर धूमधाम से मनाने का फैसला किया है और इसके लिए एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है।
संस्कृति मंत्रालय द्वारा सोमवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार इस समिति के अध्यक्ष केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह होंगे और यह समिति 21 जनवरी 2021 से लेकर अगले एक साल तक राष्ट्रीय स्तर पर धूमधाम से नेताजी सुभाष की 125 जयंती मनाएगी।
इस समिति में जाने-माने लेखक इतिहासकार ,विद्वान और नेताजी के परिवार से जुड़े लोग तथा आजाद हिंद फौज और आईएनएस जुड़े लोग भी शामिल होंगे।