सुबह 9 बजे निकलेगी कलश यात्रा
लखनऊ। अखिल भारतीय उदासीन सप्रदाय संगत एवं विश्व सनातन धर्म सभा द्वारा राजधानी में पहली बार हो रहे राष्ट्र रक्षा हेतु श्री राजराजेश्वरी श्री मन महा त्रिपुर सुन्दरी महायज्ञ का आयोजन 21 जनवरी से 27 जनवरी तक बाबा का पुरवा रुपपुर खदरा स्थित श्री उदासीन महामण्डला आश्रम नानकशाही मठ में किया जायेगा।
बनारस से आए 51 आचार्य
यज्ञ से पूर्व मठ में बुधवार को विशेष धर्मिक अनुष्ठान शुरू हो गए। बनारस से आये 51 आचार्यो द्वारा शिव रुद्राभिषेक किया गया। रुद्राभिषेक के दौरान नानकशाही मठ वेद मंत्रों से गूंज उठा। वेद मंत्रों के माध्यम से परिसर को आध्यात्मिक नगरी के रूप में पावन स्थल के रूप में तैयार किया गया। इस शोधन अनुष्ठान के बाद संतों ने भोग प्रसाद प्राप्त किया। मुख्य संयोजक श्रीमहंत धर्मेन्द्र दास जी महाराज ने बताया कि दिन में जहां यज्ञ पूजन किये जाएंगे वहीं संध्या काल में सरस भजनों का कार्यक्रम होगा।
यज्ञ की शुरुआत आज कलश यात्रा से
श्रीमहंत धर्मेन्द्र दासजी महाराज ने बताया कि गुरुवार 21 जनवरी को सुबह 9 बजे श्री राजराजेश्वरी श्री मन महा त्रिपुर सुन्दरी महायज्ञ अनुष्ठान विधिवत शुरू होगा। इसके पहले सत्र में कलश यात्रा निकाली जाएगी। उसमें 251 महिलाएं सर पर कलश धारण करके शामिल होंगी। हाथी घोडा, बग्गी, बैंड बाजे के साथ शाही सवारी कलश यात्रा नानकशाही मठ से शुरू होकर सीतापुर रोड, नया गोमती पुल होते हुए कुडिया घाट पर समाप्त होगी। वहां से आदिगंगा मां गोमती का आशीष स्वरूपा जल लेकर यात्रा पुनः मठ मंडप में प्रवेश करेगी।
महायज्ञ का निमंत्रण पत्र हुआ जारी
श्रीमहंत धर्मेन्द्र दासजी महाराज ने श्री राजराजेश्वरी श्री मन महात्रिपुर सुन्दरी महायज्ञ का निमत्रणपत्र जारी किया। इस मौके पर कुठारी बाबा, उत्तराधिकारी राज्य गोपाल, भूपेन्द्र पाण्डेय, श्याम बहादुर शर्मा मौजूद रहे।
7 मंजिला, 51 फिट ऊंचा विशाल यज्ञ मंडप तैयार
राष्ट्र हित के लिए शहर में पहली बार राज राजेश्वरी त्रिपूर सुंदरी यज्ञ खदरा के चार सौ साल पुराने आश्रम में होने जा रहा है। इस महा यज्ञ के लिए 51 फिट ऊंचा सात मंजिला विशाल यज्ञ मंडप बांस और पतावर से तैयार किया गया है। इसके लिए बिहार के दर्जन से अधिक कुशल कारीगरों ने तैयार किया है।