मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स एसटीएफ ने 20 दिन पहले मुंबई के एक डायमंड व ज्वेलरी शोरूम में हुई लूटकांड का बुधवार को खुलासा किया है। इस प्रकरण के मुख्य आरोपी विनय समेत तीन बदमाश गिरफ्तार हुए हैं। एसटीएफ चीफ अमिताभ यश ने बताया कि मुख्य आरोपी विनय सिंह गाजीपुर का रहने वाला है। वह मुंबई में किराए के मकान में रहकर बड़ी वारदात की अंजाम दे रहा था। तीनों आरोपी यूपी में भी बड़ी लूट करने के इरादे से साजिश रच रहे थे। दो आरोपी अभी भी फरार हैं। जिनकी तलाश की जा रही है।
यूपी एसटीएफ आईडी/डीआईजी अमिताभ यश ने बताया कि 7 जनवरी को मुंबई में मीरा रोड स्थित एस कुमार गोल्ड एंड डायमंड शॉप में लूटपाट हुई थी। यह पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हुई थी। वहां के डीसीपी मीरा भायेंदर ने इनपुट दिया था कि लूट में वांछित तीन आरोपी उत्तर प्रदेश में है। यह तीनों आरोपी यूपी में लूट की घटनाओं को करने की साजिश कर रहे हैं। इसके बाद एसटीएफ के डीसीपी दीपक कुमार की टीम ने तीनों अभियुक्तों को चिनहट देवा रोड से सुबह गिरफ्तार कर लिया है।
अमिताभ यश ने बताया कि मुख्य आरोपी विनय कुमार सिंह उर्फ चिंटू सिंह गैंग बनाकर वारदात को अंजाम दे रहा था। वह यूूपी में भी कई मामलों में वांछित है। इसके अलावा जौनपुर जिले का दिनेश निषाद और वाराणसी के रहने वाले शैलेंद्र कुमार मिश्रा उर्फ बबलू को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से डायमंड शॉप में लूटे गए सोने चांदी के करीब 40 लाख का सामान, नकदी रुपए और अवैध तमंचा बरामद हुआ है। तीनों को जेल भेज दिया गया है। फरार दोनों आरोपियों की तलाश की जा रही है।
एसटीएफ की पूछताछ में विनय कुमार सिंह ने बताया कि पिता की हत्या का बदला लेने के लिए उसने साल 1991 में पुताई राम को जान से मारने की नियत से गोली मारी थी। लेकिन वह बच गया था। 1993 में गांव के रहने वाले प्रेम प्रजापति को गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। 1994 में उदय राम को गाजीपुर कचहरी में गोली मारकर हत्या कर दी। साल 1995 भरत राम को जान से मारने की नियत से गोली मारी थी। वर्ष 2001 में गाजीपुर के शाहपुर कस्बे में सहकारी बैंक कर्मी को गोली मारकर लूट पैसे लूटने की घटना का अंजाम दिया था। विनय कुमार ने बताया कि मेरा एक साथी मनोज दुबे पुलिस एनकाउंटर में 2001 में मारा गया था।