प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बजट में एमएसएमई और अवसंरचना पर विशेष रूप से जोर दिया गया है और जिस तरह से इसमें स्वास्थ्य को केंद्रित किया गया है वह ‘‘अभूतपूर्व’’ है। उन्होंने कहा, ‘‘ये बजट देश के हर क्षेत्र में विकास, यानी ऑल राउंड (चौतरफा) विकास की बात करता है। उन्होंने इस बात पर खुशी जताई कि इस बजट में दक्षिण और पूर्वोत्तर के राज्यों और उत्तर में लेह लद्दाख जैसे क्षेत्रों में विकास पर विशेष ध्यान दिया है। उन्होंने कहा कि ये बजट तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल जैसे तटीय राज्यों को एक ‘‘बिजनेस पावर हाउस’’ बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर के राज्य खासकर असम में छिपी क्षमताओं को सामने लाने में ये बजट बहुत बड़ी मदद करेगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में जिस तरह से शोध और नवाचार के तंत्र पर बल दिया गया है उनसे युवाओं को ताकत मिलेगी तथा भारत उज्ज्वल भविष्य के लिए बहुत ठोस कदम रखेगा।
नयी दिल्ली । केंद्रीय मंत्रिमंडल ने सोमवार को आम बजट 2021 -22 को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संसद भवन परिसर में केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक आयोजित की गयी जिसमें वित्त वर्ष 2021-22 का अनुमाेदन किया गया। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट मंत्रिमंडल के समक्ष रखा।
इससे पहले श्रीमती सीतारमण ने वित्त वर्ष 2021-22 के आम बजट की एक डिजीटल प्रति राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सौंपी और राष्ट्रपति से आम बजट पेश करने की मंजूरी ली।
आम बजट में रक्षा क्षेत्र
सोमवार को संसद में पेश किए गए आम बजट में रक्षा क्षेत्र के लिए 4.78 लाख करोड़ रूपये का प्रावधान किया गया है जिसमें पेंशन के भुगतान का परिव्यय भी शामिल है। पिछले साल यह राशि 4.71 लाख करोड़ रुपये थी। इसमें से पेंशन के भुगतान का परिव्यय यदि हटा लिया जाए तो रक्षा क्षेत्र का बजट 3.62 लाख करोड़ रुपये बचता है।
सीमा शुल्क बढ़ाये जाने से ये सस्ती-महंगी
सोमवार को पेश बजट में आयातित कल-पुर्जों पर सीमा शुल्क बढ़ाये जाने का प्रस्ताव किया। हालांकि सोना और चांदी के आयात पर सीमा शुल्क युक्तिसंगत किये जाने से ये मूल्यवान धातुएं सस्ती होंगी।
महंगी होने वाली आयातित वस्तु:रेफ्रिजरेटर और एयर कंडीशनर के लिये कॉम्प्रेशर और प्रिंटेड सर्किट बोर्ड जैसे हिस्से-पुर्जे, कच्ची रेशम और कपास, सौर इनवर्टर और लालटेन, वाहनों के विंडस्क्रीन, वाइपर, सिग्नल के उपकरण , पीसीबीए, कैमरा, मोड्यूल, कनेक्टर, बैक कवर , मोबाइल फोन के उपकरण, मोबाइल फोन चार्जर के कल-पुर्जे,लिथियम ऑयन बैटरी में उपयोग कच्चे उत्पाद, प्रिंटर के इकं-काट्रिज और इंक स्प्रे नोजल, चमड़े के तैयार उत्पाद, नाइलोन फाइबर और धागा, प्लास्टिक बिल्डर वेयर, तराशे गये सिंथेटिक पत्थर।
आयातित सस्ते सामान: सोना और सोने के बने अलौह धातु (गोल्ड डोर), चांदी और चांदी के बने अलौह धातु (सिल्वर डोर), प्लैटनिम, और पैलेडियम, अंतरराष्ट्रीय संगठनों और राजनयिक मिशन द्वारा आयातित चिकित्सा उपकरण।
रेलवे के लिए निर्मला सीतारमण की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को रेलवे के लिए 1.10 लाख करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि की घोषणा की, जिसमें से 1.07 लाख करोड़ रुपये पूंजीगत व्यय के लिए हैं। उन्होंने कहा कि रेलवे मालगाड़ियों के अलग गलियारों के चालू होने के बाद उनका मौद्रिकरण करेगी। सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021-22 पेश करते हुए कोरोना वायरस लॉकडाउन के दौरान देशभर में आवश्यक वस्तुओं के परिवहन के लिए रेलवे द्वारा दी गई सेवाओं की सराहना की। उन्होंने कहा, ‘‘मैं रेलवे के लिए 1,10,055 करोड़ रुपये की रिकॉर्ड राशि की घोषणा कर रही हूं, जिसमें से 1,07,100 करोड़ रुपये केवल पूंजीगत व्यय के लिए हैं।’
रेलवे ने भारत-2030 के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की
’सीतारमण ने कहा, ‘‘भारतीय रेलवे ने भारत-2030 के लिए एक राष्ट्रीय रेल योजना तैयार की है। इस योजना का मकसद 2030 तक रेलवे प्रणाली को भविष्य के लिए तैयार करना है, ताकि उद्योग के लिए लॉजिस्टिक लागत को कम किया जा सके और मेक इन इंडिया को बढ़ावा मिले।’’ उन्होंने उम्मीद जताई कि पूर्वी और पश्चिमी माल गलियारों (ईडीएफसी और डब्ल्यूडीएफसी) जून, 2022 तक चालू हो जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘‘इसके अलावा भी कुछ पहल प्रस्तावित हैं। ईडीएफसी पर 263 किलोमीटर के सोननगर-गोमो खंड को इस साल सार्वजनिक निजी भागीदारी (पीपीपी) में लिया जाएगा। साथ ही 274.3 किलोमीटर के गोमो-दनकुनी खंड को भी इसमें शामिल किया जाएगा।’’वित्त मंत्री ने कहा कि रेलवे भविष्य की मालभाड़ा गलियारा परियोजनाओं – खड़गपुर से विजयवाड़ा के लिए पूर्वी तट गलियारा, भुसावल से खड़गपुर के लिए पूर्व-पश्चिम गलियारा और इटारसी से विजयवाड़ा तक उत्तर-दक्षिण गलियारा पर काम आगे बढ़ाएगी। सीतारमण ने कहा कि पहले चरण के तहत विस्तृत परियोजना रिपोर्ट बनाई जाएगी। उन्होंने यात्री सुविधा और सुरक्षा पर जोर देते हुए कहा कि रेलवे यात्रियों के बेहतर यात्रा अनुभव के लिए बेहतर ढंग से डिजाइन किए गए विस्टाडोम एलएचबी कोच लगाएगा।