सिर पर बाल उगाने की दवा
खरबूजे के बीज, जेतून, तेजपात, लौह चूर्ण यह सब बराबर मात्रा में लें और अंडे की जर्दीं मिलाकर जहां पर बाल न हों, एक माह तक लेप करें, बाल उग आएंगे।
सर्वोत्तम औषधि: बच्चों के दांत निकलने व सूखापन व बच्चों के दस्त के लिए और बड़ों के पेट में गैस बना बंद होने के लिए
बबूल के बकल यानी छाल मय लकड़ी के उसे जला दें। जब कोयल खूब दहक जाए और कच्चा न रहे तो उसे अलग बर्तन में उठाकर रख लें, कुछ देर में वह सफेद राख हो जाएगी। उसे कपड़े से छानकर रख लें। बच्चों को दिन में तीन बार शहद या बच्चे की मां के दूध के साथ दें तो बच्चे का सूखापन, बच्चे कके दात निकलने में व बच्चों के दांतों में अत्यन्त लाभकारी है और बड़े आदमी को दिन में तीन बार शहर या दूध से सेवन से गैस बनना बंद होगा।
दस्त का इलाज
दुधिया यानी दूधी बूटी आधा तोला, काली मिर्च पांच अदद, उसे कूटकर पानी के साथ सेवन करें और छाछ मठ्ठे से सेवन करे। लाभ होगा।
दांतों के पायरिया की दवा
पिसी हुई हल्दी और शुद्ध सरसों का तेल बराबर मात्रा में मिलाकर मंजन कर के गर्म जल से कुल्ला करें। इससे पायरिया दूर होगा और दात वज्र के समान मजबूत हो जाएंगे।
खूनी दस्तों की दवा
गाय का दूध चार तोला, काले धाना का आटा दो तोला, घोलकर चार- चार घंटे के बाद सुबह से शाम तक पीवें। एक दिन में ही खूनी दस्त बंद हो जाएगी।
नजले का तुरंत उपचार
काली मिर्च सात दाने मुख में डालकर चबाएं और मुख बंद रख्ों। जब मुख में खूब पानी भर जाए तो थूक दे, इस प्रकार लगातार तीन बार ऐसी प्रक्रिया करें।
काली मिर्च व तुलसी पत्र सुखाकर पीस कर रख लें तो चूर्ण दिन में तीन बार खाएं। भोजन ठंडा न करे और भोजन के एक घंटे बार जल पीए।
प्रस्तुति
स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर
सेवानिवृत्त तहसीलदार/ विशेष मजिस्ट्रेट, हरदोई
नोट:स्वर्गीय पंडित सुदर्शन कुमार नागर के पिता स्वर्गीय पंडित भीमसेन नागर हाफिजाबाद जिला गुजरावाला पाकिस्तान में प्रख्यात वैद्य थे।
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