लगता है जैसे हम सब हों खाली हाथ….. ढेरों स्मृतियों में लिपटे हुए से…

0
1849

परम पूज्य पापा जी के जन्मदिवस पर समर्पित कुछ पंक्तियां………
आज पापा जी हमारे बीच ना होकर भी हमारे अंतर्मन में हैं
सब के दिलों में भिन्न-भिन्न रूपों में …..

पापा जी परिवार की हिम्मत ,
संघर्ष की आंधी में हौसलों की दीवार,
वट वृक्ष की छाल से थे,
कड़ी धूप में घने साईं से थै,
हम नवांकुर आपके,
जिसे सींचा पसीने से आपने,
हर तूफान से बचाया अपनी कोंपलों को,
रात -दिन तप कर मजबूत बनाया हमारी जड़ों को,
आज जब जड़ों से सशक्त हो ,
लहलहाते से हम,
किंतु नहीं विस्मृत कर सकते,
आपकी पीठ पर बरसती सर्दी, गर्मी , वर्षा की बूंदे,
आज सब कुछ है हमारे पास,
पर आज आप नहीं तो,
लगता है जैसे हम सब हों खाली हाथ…..
ढेरों स्मृतियों में लिपटे हुए से…
. आज भी हमारा वजूद आपसे ही है ,
हमारा गर्व ही आप का गौरव है
आपका स्नेह व आशीर्वाद हम सब पर सदैव बना रहे

Advertisment

डॉ. ऋतु नागर
(स्वरचित)

https://www.sanatanjan.com/%e0%a4%8f%e0%a4%95-%e0%a4%86%e0%a4%b5%e0%a4%be%e0%a4%9c-%e0%a4%b9%e0%a5%8b%e0%a4%a4%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a4%be%e0%a4%a8%e0%a5%8b-%e0%a4%b9%e0%a5%83%e0%a4%a6%e0%a4%af-%e0%a4%9a%e0%a5%80%e0%a4%b0/

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here