बस्ती और संत कबीरनगर के उलेमाओं के साथ अल्पसंख्यक कांग्रेस की वर्चुअल मीटिंग में बोले नसीमुद्दीन सिद्दीकी
हर ज़िले के उलेमाओं के साथ होगी वर्चुअल मीटिंग- शाहनवाज़ आलम
उलेमाओं के सुझाव सौंपे जायेंगे प्रियंका गांधी को- तौकीर आलम
लखनऊ, 1 जून 2021. मुसलमान कांग्रेस की तरफ आ जाए तो भाजपा से पीड़ित सभी जातियों और धर्म के लोग कांग्रेस में आ जायेंगे. चुनाव में जब कांग्रेस मजबूत रहती है तो भाजपा के लिए चुनाव को सांप्रदायिक बनाना मुश्किल होता है. मुसलमानों को अपनी आने वाली पीढ़ियों की सुरक्षा के लिए कांग्रेस के साथ आना होगा. भाजपा सरकारों द्वारा संविधान पर हमले का विरोध नहीं कर पाएंगी सपा और बसपा.
ये बातें पूर्व मन्त्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा आयोजित बस्ती ज़िले के उलेमाओं के साथ वर्चुअल मीटिंग में कहीं. उन्होंने कहा कि आज़ादी की लड़ाई में उलेमाओं की सबसे अहम भूमिका थी. आज फिर उलेमाओं को जम्हूरियत और धर्म निरपेक्षता बचाने के लिए आगे आना होगा.
प्रियंका गांधी के सलाहकार कमेटी के सदस्य नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा कि जब मुसलमान कांग्रेस के साथ था तो भाजपा की सिर्फ़ दो सीटें हुआ करती थीं. अगर फिर से मुसलमान कांग्रेस में आ जाए तो भाजपा फिर 2 सीटों पर पहुँच जाएगी.
अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि हर ज़िले में उलेमाओं के साथ बैठकों का दौर शुरू होगा. जिसकी शुरुआत आज हुई है.
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रभारी सचिव तौकीर आलम ने कहा कि उलेमाओं के साथ बैठकों में आए सुझाओ को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को सौंपा जाएगा जिसे चुनाव घोषणा पत्र में शामिल किया जाएगा.
वर्चुअल बैठक का संचालन अल्पसंख्यक कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष किताबुल्ला अंसारी ने किया.
बैठक में मौलाना मोहम्मद शमीम मिस्बाही , संतकबीरनगर, क़ारी इज़हारुल हक़ , बस्ती, मौलाना मोहम्मद शरीफ़ मिस्बाही, कांग्रेस प्रवक्ता ओबैदुल्ला नासिर, संतकबीरनगर,मौलाना आस मोहम्मद, संतकबीरनगर, मौलाना मोहम्मद दाऊद अलीमी, सिद्धार्थनगर, मौलाना अब्दुल्लाह बस्ती, मौलाना मुसब्बिर हुसैन, संतकबीरनगर, मौलाना फ़सीहुल्लाह, बस्ती, क़ारी अब्दुल करीम अमजदी, बस्ती, मौलाना अब्दुस्सलाम, बस्ती क़ारी मोहब्बत अली, बस्ती, मौलाना ग़ुलाम जिलानी, संतकबीरनगर, हाफ़िज मेंहदी हसन, बस्ती, क़ारी मोहम्मद वज़ीर,बस्ती, अब्दुल हफ़ीज खान, बस्ती, मोहम्मद अतीक़, संतकबीरनगर, क़ारी रफ़ी अहमद, संतकबीरनगर, मौलाना नूरुलहुदा मिस्बाही, संतकबीरनगर, मौलाना जाफर अली, बस्ती मौजूद रहे.