मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत न होने के केंद्र सरकार के दावे को अति दुर्भाग्यपूर्ण बताया। बसपा प्रमुख ने गुरुवार को ट्वीट के जरिये केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि यह किसी से छिपा नहीं है कि भारत में आक्सीजन की कमी से कोरोना की दूसरी लहर में खासकर जो अफरातफरी व मौतें आदि हुईं उससे निपटने के लिए केन्द्र सरकार को विदेशी सहायता तक भी लेनी पड़ी, फिर भी आक्सीजन की कमी से मौतें नहीं होने का दावा करना अति दुर्भाग्यपूर्ण व अति-दुखद है।
मायावती ने कहा कि ऐसे मिथ्या बयानों से जनता में भारतीय जनता पार्टी और केन्द्र सरकार के प्रति अविश्वास भी पैदा हो रहा है। उन्होंने पूछा कि आगे कोरोना की तीसरी लहर अगर आई तो क्या होगा? केन्द्र एवं राज्य सरकारों की भी प्राथमिकता व उत्तरदायित्व राजनैतिक एवं सरकारी स्वार्थ के प्रति कम जनता के प्रति शत-प्रतिशत होना चाहिए। उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को राज्यसभा को सूचित किया कि दूसरी लहर के दौरान विशेष रूप से राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी। मंगलवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी थी। उन्होंने यह भी बताया कि बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी। महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई