वह आनंद-रस से युक्त है

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वेद विचार

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परमात्मा ज्ञान और शरीर की उन्नति करने वाले सभी मनुष्यों के लिए सहायक होता है व उनकी आशातीत उन्नति करता है। वह आनंद-रस से युक्त है तथा अपने भक्तों व सत्याचरण करने वाले निर्दोष मनुष्यों पर सुख और आनंद की वर्षा करता है।

वह परमात्मा सबको बल प्रदान करता है तथा विद्वानों पर आनंद-रस की वर्षा करता है। परमात्मा हम सबको उत्तम प्राणों सहित गतिशील तथा सत्य ज्ञान से युक्त मनस्वी बनाकर तृप्त करे।

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-प्रस्तुतकर्ता मनमोहन आर्य

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