मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव 2022 की तैयारी में जोरशोर से जुटी प्रियंका गांधी वाड्रा ने अब अपनी रणनीति को फाइनल टच देना शुरू कर दिया है। चुनाव को देखते हुए अलग-अलग कमेटियों का गठन किया जा रहा है। इसी क्रम में बुधवार को राष्ट्रीय महासचिव के.सी.वेणुगोपाल ने यूपी कांग्रेस की चुनाव अभियान समिति की घोषणा किया है। इस समिति में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, पूर्व केंद्रीय मंत्री सलमान खुर्शीद, राजीव शुक्ला, पीएल पुनिया, आरपीएन सिंह और राशिद अल्वी आदि को जिम्मेदारी दी गई है।
सूची में कुल 38 नाम हैं। इनमें कई पूर्व मंत्री, सांसद, विधायक, पार्टी के कद्दावर नेता और रणनीतिकार शामिल हैं। देश के सबसे बड़े राज्य में खुद को मजबूत करने में जुटी कांग्रेस ने नौ अगस्त से यूपी के सभी 403 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों में प्रदर्शन शुरू किया है। हालांकि पिछले कई विधानसभा-लोकसभा चुनावों से कांग्रेस उत्तर प्रदेश के सभी सीटों पर अकेले अपने बल पर प्रत्याशी भी नहीं दे पायी है। लेकिन प्रियंका वाड्रा के नेतृत्व में पार्टी ‘भाजपा गद्दी छोड़ो’ जैसे अक्रामक नारे के साथ मैदान में उतरी है। इसी नारे के सहारे प्रियंका ने यूपी की सियासत में फिर से अपना संगठन खड़ा करने को ठान लिया है। पार्टी की पूरी कोशिश नए कलेवर में नज़र आने की है। महंगाई, खेती-किसानी और बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर कांग्रेस जहां राष्ट्रीय स्तर पर केंद्र सरकार को घेर रही है वहीं यूपी में भी अपनी राजनीति को नई दिशा देने की कोशिश में जुटी है। प्रियंका गांधी लगातार किसान, बेरोजगारी और महिला सुरक्षा जैसे मुद्दों को उठा रही हैं। ऐसे में बुधवार को चुनाव अभियान समिति की घोषणा कर पार्टी ने अपने रणनीतिकारों को यूपी पर फोकस करने का निर्देश दे दिया है।
इस बारे में पूछे जाने पर यूपी कांग्रेस के प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह ने कहा कि चुनाव के दृष्टिगत कई तरह की कमेटियों का गठन किया गया है। चुनाव अभियान समिति के गठन से कांग्रेस के अभियान को ग्रास रूट लेवल पर और गति मिलेगी। पार्टी कार्यकर्ताओं को वरिष्ठ नेताओं का सीधा मार्गदर्शन प्राप्त होगा। अशोक सिंह ने कहा कि कांग्रेस जनता के बुनियादी मुद्दों को लगातार उठा रही है। प्रदेश सरकार लाठी के दम पर हमें रोकने की कोशिश कर रही है लेकिन अब कांग्रेस को किसी भी तरह रोका नहीं जा सकता।