मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। राजधानी लखनऊ के बालू अड्डा क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है। बेकाबू हो चुकी बीमारी की चपेट में 55 और लोग आ गए हैं। इनमें अधिकांश 20 से 40 साल की उम्र के लोग शामिल हैं।जानलेवा बन चुकी डायरिया से इलाके में दो लोगों की मौत हो चुकी है। अब तक 200 से अधिक लोग डायरिया की जद में आ चुके हैं। बुधवार को 55 से ज्यादा लोग यहां पर डायरिया की चपेट में आ गए। इनमें से करीब 20 मरीजों को हेल्थ पोस्ट सेंटर में प्राथमिक इलाज मुहैया कराने के बाद सिविल अस्पताल रेफर किया गया। डॉ. सरोज श्रीवास्तव की टीम मरीजों की देखभाल कर रही है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल के निर्देश पर हेल्थ पोस्ट सेंटर का संचालन 24 घंटे हो रहा है। तीन एम्बुलेंस भी लगाई गई हैं ताकि जरूरत के अनुसार मरीज को बड़े अस्पतालों में शिफ्ट किया जा सके।क्षेत्रीय विधायक तथा उत्तर प्रदेश के विधि एवं न्याय मंत्री ने डायरिया प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर प्रशासन को फटकार लगाया।
इलाके में दहशत बरकरार
बीमारी की वजह से गली नम्बर चार में दहशत है। यहां सोमवार को मासूम हमजा की मौत हो गई थी। इसके बाद लोग उबालकर पानी पी रहे हैं। हमजा की मां समेत परिवार के दूसरे सदस्य भी बीमारी की चपेट में हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि दो लोगों की मौत के बाद भी पानी की स्थिति जस की तस बनी हुई है। गंदगी कायम है। नाला अभी भी कूड़े से पटा है। सीवर लाइन चोक है। सीवर का पानी घरों के सामने बह रहा है।
डायरिया ने इनको दबोचा
अरज सिंह, निशा, धर्मेन्द्र, परी, आनंद, रेशमा, शर्मिला, विजय कुमार, संदीप, पंक्षी, श्रेया, रानी गुप्ता, राघव, मेहफूज समेत कई मरीजों हेल्थ पोस्ट सेंटर इलाज के लिए पहुंचे। लक्षणों के आधार पर मरीज को दवा देकर घर भेज दिया गया।