अखिलेश का सर्जिकल स्ट्राइक जारी!

0
105

अखिलेश का सर्जिकल स्ट्राइक जारी!

बसपा के 6 विधायक (बागी), व एक भाजपा विधायक सपा में शामिल

Advertisment

एक दिन पहले कांग्रेस के पूर्व सांसद,विधायक भी शामिल हुये

मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। विधानसभा चुनाव 2022 ज्यों-ज्यों निकट आ रहा है त्यों-त्यों सपा प्रमुख अखिलेश यादव राज्य के प्रमुख राजनैतिक दलों पर सर्जिकल स्ट्राइक तेज कर दिये हैं।शुक्रवार को कांग्रेस पर शुरू किया गया उनका सर्जिकल स्ट्राइक शनिवार को बसपा और बीजेपी की ओर मुड़ गया। परिणामस्वरूप शनिवार को लखनऊ स्थिति सपा मुख्यालय पर बसपा के (6 बागी) विधायक और भाजपा के एक वर्तमान विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये। अपनी पार्टियां छोड़ कर आये सभी विधायकों को अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान अखिलेश ने भाजपा पर जमकर हमला बोला। भाजपा के एक विधायक शामिल करने के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भाजपा पार्टी का नारा बदल देंगे। मेरा परिवार भाजपा परिवार की जगह नारा बदल के नाम होगा “मेरा परिवार भागता परिवार” रख देंगे। अखिलेश ने कहा कि भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में किए गए वादे पूरे नहीं किए। बता दें कि शुक्रवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमितशाह ने राजधानी में 2022 विधानसभा चुनाव के लिये पार्टी के सदस्यता अभियान का आरंभ करते हुये नये सदस्यों के लिये नारा दिया था कि “मेरा परिवार भाजपा परिवार”। आज अखिलेश यादव भाजपा विधायक को पार्टी में शामिल करते हुये उसी पर तंज कसते हुये कहा कि जल्द ही मुख्यमंत्री बोलेंगे कि “मेरा परिवार भागता परिवार”। अखिलेश ने कहा कि समाजवादियों का मानना है कि जो कांग्रेस है वही भाजपा है जो भाजपा है वही कांग्रेस है।

समाजवादी पार्टी में शामिल होने वाले बसपा विधायक
सुषमा पटेल, हरगोविंद भार्गव, असलम चौधरी, असलम राइनी, हाकिम लाल बिन्द और मुज्तबा सिद्दीकी तथा भाजपा के राकेश राठौर हैं।

शुक्रवार को चार बार विधायक व एक बार राज्यसभा सदस्य रहे कांग्रेस नेता हरेंद्र मलिक करीब 20 साल बाद समाजवादी पार्टी में वापसी की है। उनके साथ दो बार के पूर्व विधायक पंकज मलिक, चरथावल के पूर्व ब्लॉक प्रमुख जिल्ले हैदर समेत काफी संख्या में जिले के कांग्रेसियों ने पार्टी छोड़कर सपा की सदस्यता ली। पार्टी में शामिल होने के अवसर पर हरेंद्र मलिक ने अपने संबोधन में कांग्रेस को बंजर और सपा को उपजाऊ भूमि की उपमा दी थी।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here