वरुण गांधी पर लाठीचार्ज की विपक्ष ने की निंदा
भाजपा के गले की हड्डी बने वरुण गांधी ने कहा
“अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के बाद पूछे आपके बच्चे हो तो भी ऐसा ही करते”
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। भर्ती की मांग को लेकर 5 महीने से धरना दे रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर शनिवार को लखनऊ पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। ये लोग कैंडल मार्च के साथ मुख्यमंत्री आवास जा रहे थे। लोहिया पथ पर पुलिस ने इन्हें रोका और दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरू कर दिया। प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 37 हजार अध्यापकों के पदों को भरने के लिए 69000 अभ्यर्थियों का धरना प्रदर्शन लगातार चल रहा है। सैकड़ों की संख्या में यह अभ्यर्थी पिछले 5 महीने से लगातार अपनी मांगों को लेकर एनसीईआरटी कार्यालय पर धरना दे रहे हैं। भर्ती की मांग को लेकर 5 महीने से धरना दे रहे शिक्षक अभ्यर्थियों पर शनिवार को लखनऊ पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाईं। शनिवार शाम यह लोग कैंडल मार्च निकाल रहे थे। हाथ में कैंडल लेकर वह 1090 चौराहे से मुख्यमंत्री आवास की तरफ बढ़ रहे थे। तभी जियामऊ मोड़ के पास पुलिस ने इन्हें रोककर वापस लौटाने का प्रयास किया। इसे लेकर झड़प हुई और पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने उन्हें दौड़ाकर पीटना शुरू किया। इस पर वे रोड के किनारे लगी रेलिंग फांदकर किसी तरह जान बचाकर भागने लगे। पुलिस के लाठीचार्ज में एक दर्जन से ज्यादा अभ्यर्थी घायल हो गए।
बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने भी इस घटना की निंदा करते हुए सवाल उठाए हैं। उन्होंने लाठीचार्ज का वीडियो ट्वीट कर कहा कि ‘ये बच्चे भी मां भारती के लाल हैं, इनकी बात मानना तो दूर, कोई सुनने को तैयार नहीं है। इस पर भी इनके ऊपर ये बर्बर लाठीचार्ज, अपने दिल पर हाथ रखकर सोचिए क्या ये आपके बच्चे होते तो इनके साथ यही व्यवहार होता? आपके पास रिक्तियां भी हैं और योग्य अभ्यर्थी भी, तो भर्तियां क्यों नहीं?’
यूपी शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी शनिवार शाम को कैंडिल मार्च निकाल रहे थे। इसी दौरान पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उनपर लाठीचार्ज किया। उनकी मांग थी कि 69 हजार शिक्षक की बहाली की जाये। साथ ही उन्होंने मांग उठाई है कि इसमें 22 हजार सीटें और जोड़ी जाएं।
यूपी शिवसेना प्रमुख ठाकुर अनिल कुमार सिंह ने कहा है कि लखनऊ में पिछड़े और दलित बच्चों पर पुलिस लाठीचार्ज यूपी सरकार के लिए आखिरी कील साबित होगी। उत्तर प्रदेश ओबीसी, एससी/एसटी उम्मीदवारों के अधिकारों को नहीं भूलेगा।’घटना की निंदा करते हुए समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ‘बीजेपी के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। हम 69000 शिक्षक भर्ती की मांगों के साथ हैं। युवा कहे आज का- नहीं चाहिए बीजेपी।’ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर यूपी सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा है, ‘रोज़गार मांगने वालों को यूपी सरकार ने लाठियां दीं। जब बीजेपी वोट मांगने आए तो याद रखना’। बसपा चीफ मायावती ने कहा, ‘यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लंबित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुखद व निन्दनीय है। बीएसपी की मांग है कि सरकार इनकी जायज मांगों पर तुरंत सहानुभूतिपूर्वक विचार करे। आम आदमी पार्टी के यूपी प्रभारी, राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भी ट्वीट कर योगी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा, ‘आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोजगार नौजवानों को पिटवा लीजिये लेकिन दो बात याद रखिएगा। इन्हीं नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुंचाया। बेरोज़गारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।’