दिवंगत युवा पत्रकार हिमांशु सिंह चौहान को श्रद्धांजलि

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के प्रदेश अध्यक्ष हसीब सिद्दीकी ने दिवंगत युवा पत्रकार हिमांशु सिंह चौहान को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि पत्रकारों को एकजुट होकर एक-दूसरे की मदद के लिए प्रतिबद्ध होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार एकजुट होकर सरकार से भी, जब अपना पक्ष रखेंगे तभी कोई रास्ता निकलेगा।

सिद्दीकी यूपी प्रेस क्लब में युवा पत्रकार स्व0 हिमांशु सिंह चौहान के श्रद्धांजलि कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि समाज के हितों के लिए लड़ने वाले पत्रकारों को अपने हितों के लिए भी लड़ना होगा।

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उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के सचिव एवं लखनऊ मंडल वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के मंडल अध्यक्ष शिवशरण सिंह ने कहा कि हिमांशु लंबे समय से उनसे जुडे रहे। हिमांशु ने पत्रकार साथियों को जोड़ने का काम किया है। सब के साथ उनका व्यवहार बहुत ही सरल और उदार रहा है।

उन्होंने कहा कि अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में पत्रकार साथियों का गुलाला घाट में एकजुट होना हिमांशु की लोकप्रियता का प्रमाण है। उन्होंने कहा कि हिमांशु अपने पीछे दो छोटे बच्चे और पत्नी एवं पिता को छोड़ गए हैं।

उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए सरकार से अनुरोध किया जाएगा और साथ ही साथ सभी पत्रकार साथी स्वर्गीय हिमांशु के परिवार को आर्थिक मदद के लिए जो भी संभव होगा, करेंगे।

यूपी वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के महामंत्री प्रेम कांत तिवारी ने कहा कि 36 वर्ष के युवा पत्रकार हिमांशु का इस तरह चले जाना स्तब्ध कर देने वाली घटना है। उन्होंने कहा कि हिमांशु का व्यवहार सब के प्रति एक जैसा था। सबसे मुस्कुरा के मिलना खुद को कितनी भी परेशानी क्यों ना रही हो हिमांशु ने अपने चेहरे पर परेशानियों को हावी नहीं होने दिया।

तिवारी ने कहा कि हिमांशु का यह स्वभाव ही उसकी पूंजी थी और अंतिम संस्कार में गुलाला घाट में बड़ी संख्या में पत्रकारों के वहां पहुंचने का यह प्रमाण है कि हिमांशु के प्रति सबके मन में अच्छे भाव थे।

लखनऊ मंडल वर्किंग जर्नलिस्ट यूनियन के महामंत्री के0 विश्वदेव राव ने कहा कि हिमांशु के मिलनसार व्यवहार ने पत्रकारों के बीच उसकी एक छाप छोड़ी है। उसका असामयिक निधन हम सबके लिए अपूरणीय क्षति है।

प्रेस क्लब के कार्यों में स्वर्गीय हिमांशु सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं। उनके इस योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार के स्तर पर और खुद पत्रकार साथियों के बीच से जो भी सहयोग बन पड़ेगा, स्वर्गीय हिमांशु के परिजनों के लिए किया जाएगा।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेंद्र शुक्ला, अखंड शाही, पवन सिंह सेंगर, श्रीधर अग्निहोत्री, आशीष कुमार सिंह, अविनाश शुक्ला, अजीत प्रताप सिंह, विनीता रानी विन्नी, देवराज सिंह, अमिताभ नीलम, मुकुल मिश्रा, इफ्तिदा भट्टी, नितिन श्रीवास्तव, योगेश नारायण श्रीवास्तव, परवेज अहमद, अमरेन्द्र सिंह, महिमा तिवारी, सत्यजीत सिंह, गौरव चौहान समेत कई अन्य वक्ताओं ने भी हिमांशु चौहान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

सभी ने इस बात को रेखांकित किया कि युवा पत्रकार साथी हिमांशु का अचानक इस तरह चले जाना बहुत ही पीड़ादायक घटना है।

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