chaamundeshvaree siddhapeeth ( maisoor ): hishaasur mardinee bhagavatee chaamunda kee jaagrat peethचामुंडेश्वरी सिद्धपीठ ( मैसूर ): मसूर नगर के पास चामुंडा पर्वत पर महिषासुर मर्दिनी भगवती चामुंडा की जाग्रत पीठ स्थित है। पर्वत पर पहुंचने हेतु सीढ़ियां और वाहन मार्ग दोनों ही हैं। कहते हैं कि मैसूर, महिषासुर की राजधानी महिसुर थी, जो शनैः – शनैः मैसूर हो गई और देवी ने उसका वध भी वहीं किया था। चामुंडा पर्वत पर महिषासुर की एक ऊंची मूर्ति है और उसके बाद चामुंडा का मंदिर है, जो अत्यंत विशाल है। मंदिर का गोपुर काफी ऊंचा है। गोपुर के भीतर कई द्वार पार करने के पश्चात् देवी चामुंडा का दर्शन मिलता है।
यात्रा मार्ग
मैसूर देश के विभिन्न स्थानों से रेल तथा सड़क मार्ग से जुड़ा है। यह मुंबई से 1360 किलोमीटर, दिल्ली से 2575 किलोमीटर तथा बेंगलुरु से 139 किलोमीटर रेल द्वारा दूर है। यहां ठहरने हेतु हर प्रकार की उत्तम व्यवस्था नगर में है।