सावधानी हटी-दुर्घटना घटी की हालत से गुजर रहा यूपी!
मनोज श्रीवास्तव/लखनऊ। सुरक्षा एजेंसियों की मुस्तैदी के कारण मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश में साम्प्रदायिक पचड़े में फंसाने की कट्टरपंथी इस्लामी चक्रव्यूह बार-बार ध्वस्त हो जा रहा है। लगातार प्रदेश में साम्प्रदायिक दंगे कराने की साजिश बुल्डोजर सरकार के लिये बड़ी मुसीबत बन गयी है। जिसके चलते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की चैन छिन गयी है। सावन के महीने में पवित्र कांवड़ यात्रा के दौरान प्रदेश का साम्प्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की बार-बार कोशिश हो रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक तरफ टीम गुजरात की कुटिल राजनीति से जूझ रहे हैं तो दूसरी ओर उनके हार्ड कोर हिंदुत्ववादी छवि पर बट्टा लगाने के लिये साजिश की जा रही है। यदि यूपी में किसी कारण दंगा हुआ तो भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को घेरा जा सकेगा। सोमवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कावड़ियों पुष्पवर्षा करने व अन्य कार्यक्रमों में हिस्सा लेने के लिए रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दिल्ली आ गये थे।
रविवार को बिजनौर जिले में कांवड़ यात्रा के दौरान सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। भगवा साफा बांधकर दो सगे मुस्लिम भाईयों आदिल और कमाल ने सैकड़ों साल पुरानी तीन पीर बाबाओं की मज़ार पर तोड़फोड़ और आगजनी किया। हालांकि डीएम और एसपी की सूझबूझ से शहर की फिजा बिगड़ने से बच गई। पुलिस ने दोनों सगे भाइयों को गिरफ्तार कर लिया है, जिनसे गहनता से पुलिस के अफसर पूछताछ कर रहे हैं। पकड़े गए दोनों भाई बिजनौर के शेरकोट इलाके के ही रहने वाले है।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में यही पता चला है कि माहौल को बिगाड़ने की नियत से दोनों सगे भइयो ने भगवा रंग का चोला पहनकर वारदात को अंजाम दिया। जब दोनों भाई वारदात को अंजाम दे रहे थे तभी कुछ राहगीरों ने मज़ार पर तोड़ फोड़ करते हुए उन्हें देख लिया था। जिसकी वजह से आनन-फानन में बिजनौर डीएम और एसपी ने मौका-ए-वारदात पर पहुंचकर स्थिति को कंट्रोल में करते हुए तुरन्त टूटी तीनों मज़ारों पर मरम्मत का काम शुरू करा दिया। साथ ही पुलिस ने दोनों आरोपी भाइयों को गिरफ्तार कर लिया जिनसे सख्ती से पूछताछ की जा रही है।
मुरादाबाद के सोनकपुर थाना क्षेत्र के इब्राहिमपुर गांव में रविवार को मुस्लिम पक्ष महिलाओं ने चारपाई डालकर कांवड़ियों की राह रोक ली। इसकी भनक लगते ही प्रशासनिक अमला दलबल के साथ मौके पर पहुंचा। दोनों पक्षों के बीच दो घंटे तक पंचायत हुई। इसके बाद कांवड़ यात्रा आगे बढ़ सकी। कांवड़ यात्रा रोके जाने से गांव में तनाव का माहौल है। ग्रामीणों के मुताबिक, इब्राहिमपुर मिर्जा गांव के कुछ ग्रामीण हरिद्वार से जल भर वापस लौटे थे। वह डीजे बजाते हुए आगे बढ़ रहे थे। तभी मुस्लिम पक्ष के लोगों ने कांवड़ियों की राह में चारपाई बिछा कर उनका रास्ता रोक दिया। रास्ता रोके जाने से दोनों पक्ष आमने सामने आ गए। कांवड़ियों की राह रोके जाने की जानकारी थाना प्रभारी हंबीर सिंह को मिली। वह दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। हालात की गंभीरता भांप थाना प्रभारी ने घटना से उच्चाधिकारियों को अवगत कराया। एसपी ग्रामीण विद्या सागर मिश्र, एडीएम, एसडीएम बिलारी राज बहादुर सिंह पुलिस क्षेत्राधिकारी डॉ गणेश कुमार गुप्ता लश्कर के साथ मौके पर पहुंचे। प्रशासनिक अधिकारियों के मुताबिक मुस्लिम पक्ष नया रिवाज शुरू करने का आरोप लगा रहा था। जिस रास्ते को मुस्लिम पक्ष ने रोका था, उस पर पूर्व में कभी कांवड़ यात्रा न गुजरने की दलील दी जा रही थी। दोनों पक्षों को बैठाकर प्रशासनिक अमले ने बातचीत की। करीब दो घंटे तक दोनों पक्षों में पंचायत चली। इसके बाद दोनों पक्ष कांवड़ यात्रा आगे ले जाने पर सहमत हो गए। शांति पूर्ण माहौल में कांवड़ यात्रा आगे रवाना हो गई।
इसके लखनऊ के लुलु मॉल में नमाज पढ़ने से शुरू हुआ सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने की घातक साजिश की तपिश में पश्चिमी उत्तर प्रदेश धधकते-धधकते रह गया। 13 जुलाई को लखनऊ के लुलु मॉल में आधा दर्जन मुस्लिम युवकों ने नमाज पढ़ी। जवाब में कई हिन्दू संगठनों ने हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया। बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस ने सबको गिरफ्तार कर जेल भेजा।23 जुलाई को गोरखपुर के मुख्य विकास अधिकारी के गेट पर एक व्यक्ति ने नमाज पढ़ा। टिकने पर कहा कि यहां साफ-सुथरा था तो नमाज पढ़ लिया। रविवार को मेरठ के एक मॉल में एक व्यक्ति द्वारा नमाज पढ़ने का वीडियो वायरल हुआ। सोमवार को हिन्दू संगठनों के कार्यकर्ता हनुमान चालीसा पढ़ने का ऐलान किया, जिन्हें पुलिस ने हिरासत में ले लिया।