विटामिन ‘ सी ‘ के श्रोत, त्वचा-पागलपन-नेत्र में कैसे फायदा

0
1224
विटामिन ' सी ' के श्रोत, त्वचा-पागलपन-नेत्र में कैसे फायदा

पागलपन- नीबू का छिलका छाया में सुखाकर पीस लें। इसकी आधा चम्मच रात को एक गिलास पानी में भिगोकर प्रातः पानी छानकर स्वादानुसार मिश्री मिलाकर प्रतिदिन पीने से पागलपन और भ्रम ( वहम ) ठीक हो जाता है।

विटामिन— नीबू से मिलने वाला विटामिन ‘ ए ‘ नेत्र के विकार ठीक करता है, विटामिन ‘ बी ‘ पाचनशक्ति को ठीक करता है और विटामिन ‘ सी ‘ रक्तविकारों को ठीक करता है। नीबू को पानी में निचोड़कर प्रातः भूखे पेट पीना ज्यादा लाभदायक है।

Advertisment

विटामिन ‘ सी ‘ – विभिन्न रोगों से बचने , स्वास्थ्य और शक्ति प्राप्त करने के लिए। नीबू का रस विटामिन ‘ सी ‘ का भण्डार है। शरीर में विटामिन ‘ सी ‘ घट जाने से स्कवीं, एनीमिया, हड्डी के जोड़ों की पीड़ा, रक्तस्राव, दाँतों के रोग, पायोरिया, कूकरखाँसी, दमा आदि रोग हो जाते हैं। नीबू के सेवन से इनमें लाभ होता है तथा सल्फाड्रग्स के सेवन से उत्पन्न दोष भी दूर हो जाते हैं।

विटामिन ‘ सी ‘ संतरा कुल के सभी फलों, जैसे नीबू, चकोतरा, मौसमी, माल्टा तथा संतरा में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त विटामिन ‘ सी ‘ का एक अन्य स्रोत आँवला भी है। पर आँवले का विटामिन ‘ सी ‘ अन्य कई यौगिकों के साथ मिलकर एक गरिष्ठ रसायन बनाता है जिसके कारण आँवले के विटामिन ‘ सी ‘ का लाभ शरीर को इसके दीर्घकालीन सेवन के बाद ही प्राप्त होता है। इसके विपरीत संतरा कुल के सभी फलों में पाया जाने वाला विटामिन ‘ सी ‘ बहुत आसानी से शरीर में स्वांगीकृत हो जाता है और तत्काल लाभ प्रदान करता है। नीबू का विशेष महत्त्व इसमें पाये जाने वाले विटामिन ‘ सी ‘ अर्थात् एस्कार्बिक अम्ल के कारण है।

नीबू शरीर के स्वस्थ विकास के लिये बहुत आवश्यक जीवन तत्त्व है। यह विटामिन दूसरे कई विटामिनों के साथ मिलकर शरीर को स्वस्थ रखने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके साथ ही त्वचा को स्वस्थ रखने में तथा शरीर को विपरीत परिस्थितियों में रोग प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करने में भी विटामिन ‘ सी ‘ बहुत अनिवार्य है। यह विटामिन शरीर में संचित नहीं रहता, इसलिये इसकी पूर्ति के लिये शरीर को प्रतिदिन कुछ मात्रा में विटामिन ‘ सी ‘ अनिवार्य रूप से प्राप्त होना चाहिये वरना शरीर में विभिन्न प्रकार के उपापचय सम्बन्धी रोग उत्पन्न हो जाते हैं तथा रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है।

विटामिन ‘ सी ‘ का प्रमुख गुण शरीर में प्रतिरोधक शक्ति का विकास करना है। नीबू के रस में पाये जाने वाली विटामिन ‘ सी ‘ की प्रचुर मात्रा के कारण नीबू को प्राकृतिक शक्तिवर्धक फल के रूप में बहुत महत्त्व दिया जाता है।

प्रतिदिन भोजन के साथ एक नीबू का प्रयोग करने से शरीर को विटामिन ‘ सी ‘ की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध होती है।

सनातन धर्म, जिसका न कोई आदि है और न ही अंत है, ऐसे मे वैदिक ज्ञान के अतुल्य भंडार को जन-जन पहुंचाने के लिए धन बल व जन बल की आवश्यकता होती है, चूंकि हम किसी प्रकार के कॉरपोरेट व सरकार के दबाव या सहयोग से मुक्त हैं, ऐसे में आवश्यक है कि आप सब के छोटे-छोटे सहयोग के जरिये हम इस साहसी व पुनीत कार्य को मूर्त रूप दे सकें। सनातन जन डॉट कॉम में आर्थिक सहयोग करके सनातन धर्म के प्रसार में सहयोग करें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here