बाज पक्षी अक्सर ऊंचे स्थान पर ही बैठता है। बाज का दर्शन अक्सर ग्रामीण अंचल और जंगलों में ही होते हैं। यह राजा पक्षी के रूप में भी जाना जाता है। दिन में कई भागों में इसके बोलने और दिखने से अनकों लाभकारी शकुन प्राप्त होते हैं। शकुन के रूप में बाज का मिलना अत्यन्त लाभदायक रहता है। शकुन ही क्या, बाज का तो स्वप्न में भी दर्शन सौभाग्यवर्धक होता हैं।
– यात्रा के समय बाज का बायें या पीछे रहना या बोलना यात्रा में राजसी ठाठ कराता है। विजय प्राप्ति का शकुन देता है।
– बाज चूंकि एक शिकारी पक्षी है। बाज का पूर्व दिशा में प्रथम प्रहर में चीखकर बोलना विलम्ब से वर्षा की सूचना देता है। दूसरे प्रहर में बोलता हुआ बाज को कोई सुने तो उसे राज दंड मिलता है। तीसरे प्रहर में बोले तो शत्रुओं द्बारा कार्य का नाश होता है। चौथ्ो प्रहर में बोलता सुनाई दे तो आने वाले समय अच्छी वर्षा होती है।
– किसी व्यक्ति को दिन के प्रथम प्रहर में बाज पक्षी की चीख सुनाई दे तो उसे स्वादिष्ट भोजन प्राप्त होता है। दूसरे प्रहर में सुनाई दे तो पुत्र को रोग होता है। तीसरे प्रहर में सुनाई दे तो देह पीड़ा से कष्ट और चौथ्ो प्रहर में सुनाई दे तो लम्बी बीमारी भोगनी पड़ती है।
– किसी व्यक्ति को पश्चिम दिशा में और दिन के प्रथम प्रहर में बाज पक्षी की चीख सुनाई दे तो उसके कार्य इच्छानुसार होते हैं। दूसरे प्रहर में सुनाई दे तो अग्निकांड से हानि होती है। तीसरे प्रहर में सुनाई दे तो यात्रा में जाना होता है और चौथ्ो प्रहर में सुनाई दे तो किसी से झगड़ा होता है।