वैश्या को समाज में अच्छी दृष्टि से नहीं देखा जाता है, लेकिन कहीं यात्रा के समय उसके दर्शन से भी शुभता मिलती है, आइये वैश्या के दिखने का शकुन की दृष्टि से क्या महत्व है, इसे जानते हैं-
– अगर किसी को बाल बिखराये और अस्त-व्यस्त दशा में वैश्या दिखाई तो उसके कार्य की पूर्णता में संशय होता है, बाधा उपस्थित होती है।
– यदि किसी आवश्यक कार्य के लिए प्रस्थान करते समय अगर वैश्या सजी-संवरी मुद्रा में प्रसन्न चित्त दिखाई दे तो यह अत्यन्त शुभ रहता है।
कुंवारी कन्या-
कुंवारी कन्या के दर्शन अत्यन्त शुभ रहते हैं, बशर्तें कुंवारी कन्या को विधवा नहीं होना चाहिये। उक्त कन्या के प्रसन्न मुद्रा में दिखने से अनुकूल फल प्राप्त होते है।
सुहागिन स्त्री-
– प्रस्थान के दौरान किसी सुहागिन स्त्री को देखना शुभप्रद होता है, बशर्तें सुहागिन स्त्री साज-»ृंगार करके प्रसन्न मुद्रा में नजर आए। यदि सुहागिन स्त्री की गोद में शिशु हो तो अत्यन्त शुभकारी होता है, अत्यन्त लाभ प्राप्त होता है।